लखनऊ , अक्टूबर 9 -- संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में पैर और टखने की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की सौगात मिली है। संस्थान के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग ने गुरुवार से फुट एंड एंकल रिहैबिलिटेशन क्लिनिक की शुरुआत की है। अब मरीजों को एक ही छत के नीचे जांच से लेकर इलाज तक की सभी सुविधाएं मिलेंगी।
बाराबंकी की 42 वर्षीय सुनीता वर्मा लंबे समय से एड़ी के तेज दर्द से परेशान थीं। रसोई में खड़े रहना, चलना-फिरना तक मुश्किल हो गया था। एसजीपीजीआई के पीएमआर विभाग में उन्हें क्रॉनिक प्लांटर फैशियाटिस की समस्या बताई गई। डॉक्टरों ने उनका इलाज अल्ट्रासाउंड गाइडेड प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) थेरेपी से किया। यह आधुनिक तकनीक है, जिसमें मरीज के अपने प्लेटलेट्स से ऊतकों को फिर से ठीक किया जाता है। कुछ ही हफ्तों में सुनीता का दर्द लगभग खत्म हो गया और अब वे सामान्य जीवन जी रही हैं।
क्लिनिक में एड़ी दर्द (प्लांटर फैशियाटिस), अकिलीज़ टेंडिनोपैथी, बर्साइटिस, टखने का गठिया, लिगामेंट की चोटें और डायबिटिक फुट जैसी बीमारियों का इलाज किया जाएगा। यहाँ अल्ट्रासाउंड (यूएसजी)-गाइडेड इंटरवेंशन के जरिये सटीक और सुरक्षित उपचार दिया जाएगा। मरीजों को पीआरपी और ग्रोथ फैक्टर कंसन्ट्रेट (जीएफसी) जैसी पुनर्योजी थेरेपी भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे ऊतक तेजी से ठीक होते हैं और दवाओं पर निर्भरता घटती है।
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