नयी दिल्ली , नवंबर 24 -- साख निर्धारक एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है।
एसएंडपी ग्लोबल ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए साल 2026 की पहली तिमाही के आर्थिक परिदृश्य पर रविवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर साल 2026 में 6.7 प्रतिशत और साल 2027 में सात प्रतिशत रहेगी, हालांकि साल 2028 में यह घटकर 6.8 प्रतिशत रह जायेगी।
इसमें चीन की विकास दर इस साल 4.8 प्रतिशत और अगले साल 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। एसएंडपी ग्लोबल ने कहा है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था साल 2027 और 2028 में 4.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर इस साल अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही थी जबकि जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े इसी महीने के अंत में जारी होंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर आयात शुल्क के प्रभाव के बावजूद घरेलू उपभोग के दम पर आर्थिक विकास मजबूत बना रहेगा। इसमें कहा गया है कि अमेरिका में भारी आयात शुल्क के कारण निर्यात प्रधान विनिर्माण का विस्तार प्रभावित हो रहा है। यदि अमेरिका के साथ भारत का व्यापार समझौता हो जाता है तो अनिश्चितता समाप्त होगी और विश्वास बढ़ेगा। इससे श्रम प्रधान क्षेत्रों को गति मिलेगी।
एसएंडपी ग्लोबल ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में हाल में की गयी कटौती से मध्यम वर्ग के उपभोग को बढ़ावा मिलेगा जिससे करों और नीतिगत ब्याज दरों में इस साल की गयी कटौती के राजस्व नुकसान की भरपाई हो सकेगी।
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