कोलकाता , दिसंबर 17 -- पश्चिम बंगाल में निदेशक (सुरक्षा) पीयूष पांडेय के नेतृत्व में गठित चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने लियोनेल मेस्सी के स्वागत के दौरान साल्ट लेक स्टेडियम में हुई तोड़फोड़ मामले में जांच के लिए स्टेडियम का दौरा किया।
उल्लेखनीय है कि राज्य सचिवालय द्वारा उच्चाधिकार प्राप्त पुलिस टीम के गठन के एक दिन बाद यह दौरा हुआ है।
इस एसआईटी में पीयूष पांडे के अलावा, अपर महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) जावेद शमीम, अपर महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (दक्षिण बंगाल), बैरकपुर के पुलिस आयुक्त मुरलीधर शर्मा शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि टीम ने बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट में स्टेडियम से जुड़े कुछ लोगों से मुलाकात की। इस घटना में भारी तोड़फोड़ हुई थी, जिसमें 2017 के अंडर-17 लड़कों के विश्व कप के दौरान लगाई गई कुर्सियां उखाड़ दी गई थीं।
पूर्व न्यायाधीश असीम कुमार रॉय के नेतृत्व वाले एक जांच दल ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार और बिधाननगर के पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार को तोड़फोड़ और इसके मुख्य कारण के संबंध में 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस प्रारंभिक जांच के आधार पर दिया गया है ताकि इस घटना पर उनका पक्ष जाना जा सके। पुलिस उपायुक्त अनीश सरकार के खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
तीन सदस्यीय जांच समिति द्वारा हिंसा और तोड़फोड़ पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी गई है।
मुख्य सचिव के कार्यालय द्वारा जारी एक मीडिया बयान में कहा गया, "पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को कारण बताओ नोटिस दिया गया है ताकि वह 24 घंटे के भीतर स्पष्ट करें कि उस दिन स्टेडियम में ऐसी कुप्रबंधन और खामियां क्यों हुईं और कार्यक्रम के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए निजी आयोजकों सहित संबंधित हितधारकों के साथ उचित समन्वय क्यों नहीं किया गया।"बयान में कहा गया है, "बिधाननगर के पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है और साल्ट लेक के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन (वीवाईबीके) में कार्यक्रम के प्रबंधन में बिधाननगर कमिश्नरेट की भूमिका और आचरण के संबंध में 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।"साल्ट लेक स्टेडियम मामले ने राजनीतिक क्षेत्र में गहमागहमी पैदा कर दी है। राज्य के खेल एवं युवा सेवा विभाग के मंत्री अरूप विश्वास को ममता बनर्जी ने उनके विभाग से मुक्त कर दिया है।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी बुधवार को स्टेडियम हिंसा के लिए अरूप विश्वास और राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजित बोस को जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
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