श्रीनगर , नवंबर 08 -- जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रांतीय जांच एजेंसी (एसआईए) ने शनिवार को श्रीनगर स्थित विशेष न्यायाधीश (एनआईए अधिनियम के तहत नामित) की अदालत में एक बड़े नार्को-आतंकवाद मामले में सात संदिग्धों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जिनमें एक पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हैंडलर भी शामिल है।
यह आरोपपत्र गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 61(2) और एनडीपीएस अधिनियम की धारा 8, 21 और 29 के तहत दायर किया गया है। आरोपपत्र में नामजद आरोपियों में अनस ऐजाज़, ज़ाहिद अहमद शेख, तंज़ीर अहमद नज़र, बिलाल शब्बीर अवान (फरार), मुश्ताक अहमद खान (पाकिस्तान से सक्रिय) - सभी कुपवाड़ा जिले के निवासी, बासित अशरफ मलिक और अरसलान मुश्ताक बांगरी - श्रीनगर के निवासी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार यह मामला इस साल छह जनवरी को तब दर्ज किया गया था जब सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के परिमपोरा के पास चेकिंग के दौरान एक वाहन से नौ किलोग्राम से अधिक हेरोइन बरामद की थी। वाहन को अनस ऐजाज़ चला रहा था और उसके साथ ज़ाहिद अहमद शेख भी था, दोनों कुपवाड़ा के करनाह के निवासी थे।
एसआईए द्वारा की गई जांच में बाद में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों और आतंकवाद के वित्तपोषण नेटवर्क का पता चला, जिसका उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त आय के माध्यम से जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को वित्तपोषित करना था।
पुलिस ने कहा,"एसआईए ने आतंकवाद को बनाए रखने के लिए धन जुटाने हेतु नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों-आतंकवादी वित्तपोषण नेटवर्क का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया।"एसआईए इस साल की शुरुआत में परिमपोरा थाना में दर्ज किए गए मामले की जाँच कर रही है। पाकिस्तान स्थित तहरीक-उल-मुजाहिदीन (टीयूएम) के एक प्रमुख आतंकवादी मुश्ताक अहमद खान उर्फ खालिद भाई द्वारा कथित रूप से संचालित एक नार्को-आतंकवादी मॉड्यूल से संबंधित है।
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