रायपुर , नवंबर 06 -- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने राज्य में निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) प्रक्रिया को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
पार्टी ने इस अभियान को 'सोची-समझी राजनीतिक साजिश' करार देते हुए कहा कि इसके माध्यम से हजारों पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे पार्टी प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ नेता संजीत अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक, अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौरव सिंह, महासचिव नवीन अग्रवाल, महिला नेत्री प्रियांशा पॉल, रायपुर जिला अध्यक्ष मनसु निहाल, अंशान्स पॉल एवं हर्ष शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन डिप्टी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज केसरिया को सौंपा।
मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया निर्वाचन आयोग की तटस्थता पर गंभीर प्रश्न खड़ा करती है। यह रिवीजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के जनजातीय, दलित, पिछड़े और गरीब वर्ग के लाखों मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने का षड्यंत्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के प्रभाव वाले क्षेत्रों में जानबूझकर नाम काटे जा रहे हैं, जो पूरी तरह से लोकतंत्र विरोधी और मनमानी कदम है।
वरिष्ठ नेता संजीत अग्रवाल ने चेतावनी दी कि यदि आयोग ने इस प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई तो जनता कांग्रेस राज्यव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगी।
अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौरव सिंह एवं महासचिव नवीन अग्रवाल ने मांग की कि नाम काटने के मानदंड और डेटा सार्वजनिक किए जाएं, अब तक काटे गए नामों की स्वतंत्र निगरानी में पुनर्जांच हो, तथा इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक सर्वदलीय समिति गठित की जाए।
पार्टी ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे सजग रहें, अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य जांचें और किसी भी त्रुटि की स्थिति में तत्काल सुधार के लिए आवेदन करें।
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