रायपुर , नवम्बर 20 -- छत्तीसगढ़ कार्यालय के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण गणना (एसआईआर) के तहत फॉर्म भर रहे नागरिकों के लिए गुरुवार को महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा चेतावनी जारी की है। सूचना का उद्देश्य मोबाइल नंबर के दुरुपयोग और तेजी से बढ़ रही ओटीपी आधारित ऑनलाइन ठगी से लोगों को सतर्क करना है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि एसआईआर फॉर्म भरते समय मोबाइल नंबर देना पूरी तरह सुरक्षित है लेकिन साइबर ठग इसी बहाने लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जोर देकर कहा] "बीएलओ के माध्यम से एसआईआर फॉर्म भरने में किसी भी प्रकार के ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती। न अधिकारी, न कर्मचारी और न ही बीएलओआपसे कभी ओटीपी मांगेगा।"उन्होंने कहा कि संदिग्ध कॉल को रिसीव न करें। यदि कोई कॉल कर यह कहे-"आपके एसआईआर से जुड़े मोबाइल पर आया आटीपी आया है उसे बता दीजिए तो उसे तुरंत मना करें।" उन्होंने कहा कि केवल अधिकृत बीएलओ से ही संपर्क करें, फोन करने वाले को स्पष्ट कहें कि आप स्वयं कार्यालय जाकर या अपने ब्लॉक लेवल ऑफिसर से बात करेंगे। यदि कोई व्यक्ति आटीपी मांगने के लिए दबाव बनाता है, धमकाता है या फर्जी पहचान बताता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
कई राज्यों की पुलिस ने भी चेतावनी जारी की है कि 'एसआईआर फॉर्म प्रक्रिया' के नाम पर नई तरह की ओटीपी फ्रॉड तेजी से फैल रहा है। ठग फोन करके खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर ओटीपी हासिल करने की कोशिश करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ओटीपी साझा होते ही बैंकिंग, सोशल मीडिया और निजी डेटा को हैक किए जाने का जोखिम बढ़ जाता है।
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