रायपुर , नवंबर 25 -- ारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया को लोकतंत्र की स्वच्छता सुनिश्चित करने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से घुसपैठियों, फर्जी वोटरों और मृत मतदाताओं के नाम हटाना चुनावी पारदर्शिता के लिए आवश्यक है। उनके शब्दों में, "यह वोटर शुद्धिकरण लोकतंत्र के लिए अमृत की तरह है और पूरी तरह संवैधानिक प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है।"राजधानी रायपुर आज मीडिया से चर्चा में चुघ ने स्पष्ट किया कि एसआईआर कोई नई व्यवस्था नहीं, बल्कि हर दो दशक में होने वाली नियमित प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची को वास्तविक और अद्यतन रखना है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस पहल का विरोध कर घुसपैठियों को संरक्षण देने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान ने मतदान का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को दिया है, ऐसे में गैर-नागरिकों का मतदाता सूची में शामिल होना लोकतांत्रिक ढांचे के लिए गंभीर खतरा है।

सचिन पायलट के हालिया दौरे और एसआईआर पर कांग्रेस की आलोचना को लेकर चुघ ने कहा कि चुनाव आयोग ने कांग्रेस सहित सभी दलों को बीएलए-1 और बीएलए-2 नियुक्त करने की अनुमति दी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि "जब कांग्रेस के सहयोगी दल झारखंड, बंगाल, हिमाचल या तमिलनाडु में जीतते हैं, तब प्रक्रिया सही कहलाती है, लेकिन हार मिलते ही चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाते हैं।"श्री चुघ ने बिहार के हालिया चुनाव परिणामों का उल्लेख करते हुए कहा कि मतदाताओं ने झूठे प्रचार और घुसपैठियों के मुद्दे पर कांग्रेस को स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने दोहराया कि भारत का चुनावी अधिकार केवल भारतीय नागरिकों तक सीमित है और किसी विदेशी को देश के नेतृत्व चयन में भागीदारी का कोई हक नहीं है।

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