नयी दिल्ली , नवंबर 27 -- कांग्रेस ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को घातक बताते हुए कहा है कि इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहे बीएलओ काम के दबाव में जान देने को मजबूर हो रहे हैं और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथ मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार जिम्मेदार हैं।

कांग्रेस सोशल मीडिया तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीएलओ को मजबूर किया जा रहा है और पिछड़े तथा दलितों के वोट काटे जा रहे हैं। कनपट्टी पर कट्टा लगाकर एसआईआर कराने का कोई औचित्य नहीं है। भाजपा के इशारे पर देश की लाेकतांत्रिक मजबूती को तबाह किया जा रहा है और एसआईआर को लेकर जो सवाल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूछे हैं उनका जवाब नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बीएलओ पर काम का जबरदस्त दबाव है और इसके कारण उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। एसआईआर के लिए भारी दबाव में काम करवाया जा रहा है और 20 दिन में 26 बीएलओ की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ये दिन दहाड़े हत्या है। गोंडा के बीएलओ विपिन यादव ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। उनके परिवार वालों का कहना है कि विपिन यादव पर वोटर लिस्ट से ओबीसी वोटरों के नाम काटने का दबाव बनाया जा रहा था। बीएलओ की एसआईआर के दबाव में जान जा रही है और श्री मोदी तथा श्री ज्ञानेश कुमार इसके लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सवाल इस बात का है कि 'कनपटी पर कट्टा' रखकर एसआईआर क्यों करवाया जा रहा है। आज ही महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव से पहले जबरदस्त 'वोट चोरी' सामने आई है। दो कोचिंग सेंटरों में 600 लोग रजिस्टर्ड हैं, वहीं 3,500 से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिनका पता ही गलत है। दूसरी ओर, चीन हमारे अरुणाचल प्रदेश को अपना बता रहा है और प्रधानमंत्री लाल आंखें मूंदकर बैठे हुए हैं। एसआईआर 'वोट चोरी' करती हुई धरी गई है। एक राज्य जहां 20 साल से भाजपा की सरकार है, वहां 93 प्रतिशत की स्ट्राइक रेट आना संभव ही नहीं है। ऐसे में बच्चा-बच्चा जानता है कि एसआईआर के जरिए 'वोट चोरी' का काम कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि देश को खतरा मोदी सरकार से है जिसने युवाओं का भविष्य चौपट किया है। किसानों को फसल का दाम नहीं मिल रहा है, लोगों से वोट का अधिकार छीना जा रहा है, महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है लेकिन इस सवालों पर कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने मीडिया पर भी सवाल उठाया और कहा कि वह श्री मोदी और सरकार से सवाल नहीं पूछता है, 26 बीएलओ की मौत पर डिबेट नहीं की जाती, एसआईआर की बात नहीं होती, चीन के अरुणाचल प्रदेश को अपना कहने पर डिबेट नहीं की जाती और आरएसएस को अमेरिका में लॉबिंग के लिए लाखों डॉलर देने पर सवाल नहीं पूछा जाता है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित