रायपुर , नवंबर 30 -- राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की अवधि में एक सप्ताह की वृद्धि किए जाने को छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने नाकाफी करार दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने दोहराया कि कांग्रेस द्वारा पहले ही राज्य चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर एसआईआर अवधि को तीन माह बढ़ाने की औपचारिक मांग की गई थी, ताकि सभी पात्र नागरिकों तक प्रपत्र पहुँच सके और वे दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया पूरी कर सकें।
रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में दीपक बैज ने कहा, "राज्य में इस समय धान कटाई और धान बेचने का कार्य चरम पर है, जिससे ग्रामीण मतदाता प्रशासनिक कार्यवाही में भाग लेने के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। बस्तर में हाल की भीषण बाढ़ से बड़ी संख्या में लोगों के आवश्यक दस्तावेज बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे हालात में महज एक माह या अतिरिक्त 7 दिन में सत्यापन कार्य पूरा होना असंभव है। कम से कम तीन माह की अवधि नागरिकों को मिलनी ही चाहिए।"राज्य में मनरेगा कार्य बंद होने से बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, जशपुर, बस्तर जैसे इलाकों से बड़ी संख्या में परिवार रोज़गार की तलाश में प्रदेश से बाहर पलायन कर चुके हैं, जिससे इतने कम समय में एसआईआर कार्य पूरा कर पाना मुश्किल है। श्री बैज ने यह भी कहा कि 600 से अधिक पूर्व नक्सल प्रभावित गांवों के लोग, जो वर्षों पहले बस्तर छोड़कर तेलंगाना और आंध्रप्रदेश चले गए थे, उनका सत्यापन भी महज 1 माह में असंभव प्रतीत होता है।
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