एमसीबी , दिसंबर 26 -- छत्तीसगढ़ में मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के ग्राम मनेन्द्रगढ़ में स्थित भूमि खसरा नंबर 217 में कथित अवैध प्लाटिंग और रकबा वृद्धि की गंभीर शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।

प्राप्त शिकायतों में यह आशंका जताई गई है कि संबंधित भूमि में नियमों के विपरीत रकबे में बढ़ोतरी करते हुए अवैध रूप से प्लाट काटे गए हैं, जिससे राजस्व नियमों का उल्लंघन होने के साथ-साथ आम नागरिकों को भविष्य में कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यालयीन आदेश क्रमांक 1843 13 दिसंबर 2024 तथा संशोधित आदेश क्रमांक 558, 9 अक्टूबर 2025 के तहत एक संयुक्त जांच दल का गठन किया गया है।

कलेक्टर कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक,इस दल में राजस्व सहित संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हैं, जो पूरे प्रकरण की गहन और निष्पक्ष जांच करेंगे। प्रशासन का उद्देश्य भूमि से जुड़े किसी भी अनियमित, गैरकानूनी या भ्रामक कार्य को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई करना है।

जांच के तहत खसरा नंबर 217 का प्रत्यक्ष स्थल निरीक्षण 5 जनवरी 2026 (सोमवार) से 6 जनवरी 2026 (मंगलवार) तक किया जाएगा। इस दौरान जांच दल मौके पर मौजूद रहकर भूमि की सीमांकन स्थिति, वास्तविक रकबा, उपयोग और प्लाटिंग से जुड़े तथ्यों की विस्तार से जांच करेगा। साथ ही पुराने राजस्व अभिलेखों, नक्शों और वर्तमान भौतिक स्थिति का आपस में मिलान किया जाएगा।

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