श्रीगंगानगर , अक्टूबर 25 -- राजस्थन में श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में स्थित अनाज मंडी में किसानों ने शनिवार को कपास और मूंगफली की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
किसानों ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए धान मंडी के दोनों द्वारों को तीन घंटे तक बंद रखा और धरना दिया, जिससे मंडी में आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। इस धरने में स्थानीय विधायक, कांग्रेस नेता और विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधी भी शामिल हुए।
धरने की शुरुआत पूर्वाह्न करीब 10 बजे हुई, जब किसान नेता और स्थानीय प्रतिनिधि धान मंडी के मुख्य द्वार के सामने इकट्ठा हुए। करीब 11 बजे प्रदर्शनकारियों ने मंडी के दोनों द्वारों को बंद कर दिया, जिससे बाहर निकलने और अंदर आने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इससे न केवल किसानों के ट्रक और ट्रैक्टर प्रभावित हुए, बल्कि व्यापारियों के वाहनों को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलने पर सूरतगढ़ सिटी थाना के उप निरीक्षक मानकलाल मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन द्वार खोलने को लेकर पुलिस और किसानों के बीच तीखी बहस हुई।
इस बीच सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर, कांग्रेस जिला महामंत्री जेपी गिला और कांग्रेस आईटी सेल के सिकंदर खान धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं और सरकार को तत्काल इन पर ध्यान देना चाहिए।
बाद में किसान नेताओं ने अधिकारियों से मिलकर अपनी मांगें रखीं, जिसमें मुख्य रूप से कपास या नरमा की खरीद शीघ्र शुरू करने, मूंगफली की खरीद के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया सुधारने और पैदावार के आंकड़ों में सुधार की बात शामिल थी।
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