नयी दिल्ली , नवंबर 14 -- राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने हरियाणा के फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के मामले में आरोपी चार डॉक्टरों के नाम इंडियन मेडिकल रजिस्ट्री/नेशनल मेडिकल रजिस्टर से हटा दिये हैं।

एनएमसी ने शुक्रवार को एक नोटिस जारी कर बताया कि उसने डॉ. मुजफ्फर अहमद, डॉ. आदिल अहमद राठर, डॉ. मुजम्मिल शकील और डॉ. शाहीन सईद के नाम हटा दिये हैं।

दिल्ली में लाल किले के सामने 10 नवंबर को हुए विस्फोट से पहले फरीदाबाद से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किये गये थे। जांच में इसके तार दिल्ली विस्फोट से भी जुड़ रहे हैं। चारों पर यूएपीए की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

इनमें डॉ. सईद उत्तर प्रदेश चिकित्सा परिषद के पास पंजीकृत थी जबकि तीन अन्य जम्मू-कश्मीर चिकित्सा परिषद के पास पंजीकृत थे।

डॉक्टर आदिल अहमद, मुजम्मिल शकील और शाहीन सईद इस समय पुलिस हिरासत में हैं। आदिल जम्मू-कश्मीर के कुलगाम का निवासी है और अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में सीनियर रेजिडेंट डॉ. के रूप में कार्यरत था। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर पुलवामा निवासी डॉ. मुजम्मिल शकील को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया। मुजम्मिल स्थानीय विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षक है।

पुलिस जांच में सामने आया है कि मुजम्मिल ने फतेहपुर तगा गांव में एक मौलवी इस्ताक से मकान किराये पर लिया था। छापेमारी के दौरान वहां से 360 किलो विस्फोटक, 20 टाइमर, वॉकी-टॉकी सेट, असॉल्ट राइफलें, पिस्टलें, 83 कारतूस और दो अतिरिक्त मैगजीन बरामद की गयी।

डॉक्टर शाहीन सईद लखनऊ के लालबाग क्षेत्र की निवासी है और उसकी कार से राइफल और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। बताया गया है कि गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल इसी वाहन का इस्तेमाल करता था।

डॉ. मुजफ्फर अहमद दो महीने पहले दुबई भाग गया था। आशंका है कि वह अफगानिस्तान या पाकिस्तान में छिपा हो सकता है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित