नयी दिल्ली , नवंबर 10 -- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार के समस्तीपुर में राष्ट्रीय जनता दल के एक नेता द्वारा कथित जाति सूचक शब्द और नफरत फैलाने वाली भाषा के इस्तेमाल वाले वायरल वीडियो के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ ही जिला प्रशासन को नोटिस भेजकर मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है।

आयोग का कहना है कि वायरल वीडियो यदि सच पर आधारित है तो यह मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है। आयोग ने वीडियो की जांच करने के लिए जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी जारी कर दो सप्ताह में जवाब देने को कहा है।

आयोग ने सोमवार को समस्तीपुर के जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक के साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी बिहार और मुख्य चुनाव आयुक्त को नोटिस भेजा है और कहा है कि समस्तीपुर की एक रैली में राजद नेता का वायरल हो रहा वीडियो जाति के आधार पर भेदभाव करने वाला तथा नफरत फैलाने वाला है और नाबालिगों के खिलाफ अपराध को बढावा देने वाला है।

आयोग का कहना है कि यदि यह सही है तो अत्यंत गंभीर मामला है और इसकी तत्काल स्वतंत्र जांच के आदेश दिये जाने चाहिए। आयोग ने नोटिस पर दो सप्ताह में कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

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