शिमला , नवंबर 12 -- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला (एचपीयू) और भारतीय सेना के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की उपस्थिति में सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास पहलों को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये।

ब्रिगेडियर अनुराग पांडे ने भारतीय सेना की ओर से जबकि कुलपति प्रोफेसर महावीर सिंह ने एचपीयू की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।

मुख्यमंत्री ने कहा, " यह समझौता सेना और एचपीयू के बीच एक समन्वित साझेदारी की शुरुआत का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य विविध क्षेत्रों में सहयोगात्मक अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है।"उन्होंने कहा कि मुख्य फोकस क्षेत्रों में भारत-तिब्बत संबंधों पर संयुक्त ऐतिहासिक शोध, सीमावर्ती क्षेत्रों पर आर्थिक और विकासात्मक अध्ययन, ड्रोन तकनीक की खोज और तैनाती और ड्रोन-रोधी उपाय शामिल हैं। यह सूचना प्रसार, संकाय और कर्मचारियों के आदान-प्रदान और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए रणनीतिक और जनसंचार पहलों पर भी ज़ोर देता है।

यह समझौता ज्ञापन भारतीय सेना के कर्मियों को एचपीयू, शिमला में शैक्षणिक पाठ्यक्रम करने का अवसर प्रदान करता है।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य सचिव संजय गुप्ता, लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, लेफ्टिनेंट जनरल डी जी मिश्रा और सचिव (शिक्षा) राकेश कंवर भी उपस्थित थे।

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