शिलांग , अक्टूबर 13 -- प्रतिबंधित हिनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) ने शनिवार को मेघ्रालय के भोई ज़िले में पूर्व मंत्री नेहलांग लिंगदोह के आवास के बाहर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाने की ज़िम्मेदारी ली है।
एचएनएलसी के महासचिव सैनकुपर नोंगत्रा ने आज ईमेल के जरिए एक बयान में इस घटना को भ्रष्ट राजनेताओं और व्यापारियों द्वारा जैदबिन्रीव समुदाय के साथ कथित विश्वासघात के ख़िलाफ़ एक "प्रतीकात्मक विरोध" बताया।
इससे पहले शनिवार को मेघालय पुलिस के बम खोजी और निरोधक दस्ते (बीडीडीएस) ने लगभग 4.7 किलोग्राम वजनी एक आईईडी को निष्क्रिय किया था।
कुछ राजनीतिक नेताओं पर गैर-आदिवासी प्रवासियों को शरण देने, भूमि हस्तांतरण में मदद करने और समुदाय की पहचान एवं संसाधनों को ख़तरा पहुँचाने वाले बाहरी हितों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए नोंगत्रा ने कहा कि जैडबिन्र्यू का विश्वास कोई विशेषाधिकार नहीं है जिसे बेचा या बेचा जा सके। उन्होंने कहा , "नेताओं को हमारी ज़मीन, संसाधनों और पहचान की रक्षा करनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत या राजनीतिक लाभ के लिए उनसे समझौता करना चाहिए। सत्ता में बैठे लोगों द्वारा किया गया विश्वासघात हमारे लोगों और पूर्वजों के ख़िलाफ़ राजनीतिक राजद्रोह के समान है।" उन्होंने चेतावनी दी कि एचएनएलसी बाहरी लोगों के साथ मिलीभगत करने वालों का सामना करेगा और उन्हें बेनकाब करेगा।
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