पटना , दिसंबर 24 -- बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार राज्य में एक करोड़ नौकरी और रोजगार के लक्ष्य को अगले पांच साल में पूरा कर लेगी।
श्री चौधरी ने आज नेउरा स्थित एबीसी कॉलेज ऑफ एजुकेशन की ओर से आयोजित वार्षिक कार्यक्रम 'गूंज' में युवाओं को संबोधित करते हुये कहा कि उन्होंने प्रण लिया है कि एक-एक बिहारी को बिहार में रोजगार दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा यहीं पढ़ें, यहीं रोजगार पायें, यह राजग सरकार का संकल्प है। उन्होंने कहा कि राजग सरकार एक करोड़ नौकरी और रोजगार सृजित करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता से किया गया वादा राजग सरकार अगले पांच वर्षों में हर हाल में पूरा करेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य को पूरा करने के लिए अलग से एक विभाग की स्थापना की गई है।
उपमुख्यमंत्री ने बिहार की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध को ज्ञान यहीं प्राप्त हुआ था , भगवान महावीर और गुरु गोविंद सिंह जी का अवतरण इसी धरती पर हुआ। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती ज्ञान और कुर्बानी की धरती रही है और आज का समय उस गौरवशाली इतिहास को वापस लाने का है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि बिहार के लोगों को बिहार में ही रोजगार दिलाना राजग सरकार की प्राथमिकता है।
श्री चौधरी ने कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि एक-एक अपराधी को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। दानापुर से इसकी शुरुआत हो चुकी है।बिहार के लोग अच्छे हैं और सुशासन में विश्वास रखते हैं। चंद लोग अपने कर्मों से बिहार की छवि खराब करते हैं, जबकि असल पहचान सृजन करने वालों की है। उन्होंने कहा कि बिहारी देश के हर हिस्से को बसाने की क्षमता रखते हैं।चंडीगढ़ हो या दिल्ली इन्हें बसाने में बिहार का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि बिहार को बदलने की दिशा में सरकार काम कर रही है, जिससे लोगों को बाहर मजदूरी के लिए नही जाना पड़े।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कभी बिहार में महज छह मेडिकल कॉलेज थे और गिनती के इंजीनियरिंग कॉलेज थे। आज हर जिले में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई मात्र दस रुपये फीस पर कराई जा रही है। पॉलिटेक्निक कॉलेजों की संख्या 13 से बढ़कर 53 हो गई है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे कॉलेज में मन लगाकर पढ़ें, अपने पसंद के क्षेत्र में नाम रोशन करें, क्योंकि सही मायनों में युवा ही बिहार के ब्रांड एंबेसडर हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि सरकार ने साइकिल योजना, पोशाक योजना, छात्रवृत्ति और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आर्थिक सहायता की व्यवस्था इस सोच के साथ की गई है, जिससे कोई भी बच्चा आर्थिक अभाव में पढ़ाई से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए रोजगार और आर्थिक मदद दी जा रही है। उद्योग नीति के जरिए बिहार को उद्योग का हब बनाने की कोशिश हो रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। कभी राज्य का बजट छह हजार करोड़ था, जो अब बढ़कर तीन लाख सत्रह हजार करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि यह बदला हुआ बिहार है और यह बदलाव युवाओं की मेहनत और कर्मठता से संभव हुआ है।
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