पणजी , नवंबर 25 -- बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार शेखर कपूर ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उदय केभारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 2025 के छठे दिन "द न्यू एआई सिनेमा: ए डिस्कोर्स ऑन जनरेटिव एआई एंड लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (एलएलएम)" शीर्षक से एक विचारोत्तेजक मास्टरक्लास का आयोजन किया गया, जिसमें प्रौद्योगिकी और सिनेमा जगत की जानी-मानी हस्तियां एआई-संचालित फिल्म निर्माण के तेज़ी से विकसित होते परिदृश्य पर चर्चा करने के लिए एक साथ आईं।
इस पैनल में प्रख्यात प्रौद्योगिकीविद् शंकर रामकृष्णन, एआई विशेषज्ञ वी. मुरलीधरन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित फिल्म निर्माता शेखर कपूर शामिल थे।
शेखर कपूर ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उदय के साथ दुनिया में एक बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने एआई को "फिल्म निर्माण का सबसे लोकतांत्रिक माध्यम" बताया और इस बात पर ज़ोर दिया कि इसने उद्योग के भीतर पारंपरिक बाधाओं को ध्वस्त कर दिया है।
शेखर कपूर ने एक दिलचस्प किस्से में, बताया कि कैसे उनके रसोइये ने चैटजीपीटी का उपयोग करके मिस्टर इंडिया 2 की पटकथा लिखी, जिसमें एआई उपकरणों द्वारा आम लोगों तक पहुँच और सशक्तिकरण को दर्शाया गया।उन्होंने कहा कि एआई वैश्विक सिनेमा को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए तैयार है और अभूतपूर्व रचनात्मक स्वतंत्रता प्रदान करेगा।
शेखर कपूर ने सत्र के दौरान वीएफएक्स और एआई के बीच अंतर को भी समझाया। उन्होंने कहा कि वीएफएक्स में डिजिटल रूप से दृश्यों का निर्माण या हेरफेर करना शामिल है, जबकि एआई फिल्म निर्माण प्रक्रिया के तत्वों को स्वचालित, बढ़ाने या उत्पन्न करने के लिए मशीन-लर्निंग मॉडल का उपयोग करता है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित