जयपुर , अक्टूबर 25 -- राजस्थान में ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर द्वारा जिन स्कूलों में निरीक्षण के दौरान खामियां पाई गई हैं उनकी जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को बताया कि प्रारंभिक स्तर पर राज्य परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा, राजस्थान द्वारा प्रस्तुत तथ्यात्मक विवरण के आधार पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दिल्लीपूरा में कुल 42 लाख रुपए की लागत से समसा द्वारा कार्य कराया जाना पाया गया है जिसका निर्माण कार्य नौ सितंबर 2021 को पूर्ण हो गया था। यह वर्तमान सरकार के कार्यकाल से पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के समय का कार्य है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इस विद्यालय में कोई भी निर्माण कार्य होना नहीं पाया गया है।
श्री दिलावर ने बताया कि श्री नागर द्वारा अन्य तीन विद्यालयों का निरीक्षण किया गया जिसमें राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खजूरना में 38 लाख रुपए की लागत से कार्य होना पाया गया है। यह कार्य इस विद्यालय में कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) मद से पंचायत समिति सांगोद द्वारा कराया जा रहा है। इस विद्यालय में कक्षा कक्ष निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसमें समसा द्वारा कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उरना मैं समसा द्वारा कोई निर्माण कार्य नहीं कराया गया है। राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, डूंगरज्या में सीएसआर मद से 13 लाख रुपए की लागत से दो कक्षा कक्षा का निर्माण कराया जा रहा है जिसका निर्माण ग्राम पंचायत डूंगरज्या द्वारा कराया जा रहा है। इस विद्यालय में भी समसा द्वारा कोई भी कार्य कराया जाना नहीं पाया गया है।
उन्होंने बताया कि श्री नागर द्वारा जो भी मामले उल्लेखित किए गए हैं वे सब पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के हैं। इन मामलों की विस्तृत जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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