महोबा, सितम्बर 29 -- उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को कहा कि सूबे में उर्वरक की कालाबाजारी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सहकारी समितियों को आवश्यकतानुसार यूरिया और डी ए पी उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से प्रदत्त कराई जायेगी। जिले के कबरई कस्बे में साधन सहकारी समिति के ओचक निरीक्षण में कृषि मंत्री ने समिति के कर्मचारियों की उदासीनता के चलते किसानों को खाद न मिल पाने की शिकायत पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कर्मचारियो को निर्देशित किया कि खाद वितरण में भेदभाव और लापरवाही कतई न हो. पहले आये पहले पाए के क्रम में सभी किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक खाद प्रदान की जाए। कृषि मंत्री श्री शाही ने समिति के रजिस्टर और पत्रावलियो को सूक्ष्मता से देखा. तथा कस्बे में एक खाद बीज की दुकान कुशवाहा बीज भण्डार का भी निरीक्षण किया।

लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में आयोजित समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने निबंधक सहकारी समितियाँ, पीसीएफ, कृषि विभाग आदि के अधिकारियों से आवश्यक जानकारी हासिल की. अधिकारियों से कहाँ की अन्नदाता की समस्याओ को गंभीरता से लेकर प्राथमिकता से निस्तारित करें. सरकार की छवि बनाने में अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. अपनी जिम्मेवारियो का निर्वहन सही तरीके से करें।

गौरतलब है कि महोबा जिले में पिछले पंद्रह दिनों से खाद के लिए किसानों में हाहाकार मचा है. समितियों में हर रोज सुबह से शाम तक किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है. छह दिन पहले कबरई कस्बे में खाद के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करके बवाल काट रहे किसानों को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करके हटाया गया था और स्थिति पर बमुश्किल काबू पाया था. जबकि श्रीनगर थाना के पवा गाँव में गत दिवस खाद न मिलने से खेती में पिछड़ने से आहत किसान रामेश्वर ने आत्महत्या कर ली थी. इन दोनों घटनाओ पर शासन प्रशासन को कड़ी आलोचना का शिकार बनाया गया था।

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