जम्मू , अक्टूबर 04 -- केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शनिवार को घोषणा की कि उधमपुर हवाई अड्डे का संचालन शुरू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जबकि प्रस्तावित किश्तवाड़ हवाई अड्डे को 'उडान' (यूडीएएन) योजना में शामिल किया गया है।
मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के लिए विमानन योजनाओं की समीक्षा की, जिसमें क्षेत्रीय संपर्क को बेहतर बनाने, किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करने और सुरक्षा के दृष्टिकोण से इनकी महत्ता पर जोर दिया।
नागरिक उड्डययन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष विपिन कुमार की उपस्थिति में हुई बैठक में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के विमानन परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक अनुमोदन व तकनीकी कार्यों को तेज करने का निर्देश दिया।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उधमपुर हवाई अड्डा शुरू में क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस-यूडीएएन) के तहत 72 सीटों वाले एटीआर विमानों के साथ संचालन शुरू करेगा, जिसमें टिकट किराया बाजार दरों से लगभग आधा होगा।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि दिल्ली-उधमपुर उड़ान का किराया दिल्ली-जम्मू उड़ान की तुलना में काफी कम होगा, जिससे जम्मू जाने वाले यात्रियों को भी दिल्ली-उधमपुर मार्ग चुनने का प्रोत्साहन मिलेगा।
उड़ान योजना के तहत, किराए का एक बड़ा हिस्सा व्यवहार्यता अंतर निधि (वायबिलिटी गैप फंडिंग) के माध्यम से सब्सिडी के रूप में प्रदान किया जाएगा। इससे न केवल उड़ानें किफायती होंगी, बल्कि दिल्ली-उधमपुर का किराया दिल्ली-जम्मू मार्ग की तुलना में काफी कम होगा। डॉ. सिंह ने कहा कि यह छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए बड़ी राहत होगी, जिनको अक्सर यात्रा में ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है।
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने प्रारंभिक संचालन के लिए नेविगेशनल और बुनियादी सुविधाओं के विकास की जिम्मेदारी ली है, जिसमें अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता नहीं होगी। पहले चरण का संचालन लगभग छह महीने में शुरू होने की उम्मीद है। किश्तवाड़ के बारे में डॉ. सिंह ने कहा कि पहले हवाई पट्टी विकसित करने के प्रयासों को सेना के कब्जे से परे भूमि अधिग्रहण की चुनौतियों के कारण बाधा का सामना करना पड़ा।
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