कोलकाता , अक्टूबर 05 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा और उन पर बाढ़ से तबाह उत्तर बंगाल का दौरा करने के बजाय कोलकाता में दुर्गा पूजा कार्निवल में शामिल होने का आरोप लगाया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा, "हम इस सरकार से किसी मानवीय भाव की उम्मीद नहीं कर सकते। जब उत्तर बंगाल में लोग मर रहे हैं, तब मुख्यमंत्री अपने कार्निवल में व्यस्त हैं। उन्हें सब कुछ छोड़कर लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए था। प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं, लेकिन आश्वासन और सहायता प्रदान करना सरकार की ज़िम्मेदारी है।"श्री भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि उचित सीवरेज व्यवस्था विकसित करने में राज्य सरकार की विफलता ने स्थिति को और खराब कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस भ्रष्ट सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए हैं। इसीलिए जलभराव से बाढ़ आती है। कोलकाता में बादल फटने से 11 लोगों की मौत हो गयी थी और अब 21 और लोगों की जान जा चुकी है। जब तक यह सरकार सत्ता में है, लोग परेशान होते रहेंगे।

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक पोस्ट में मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाते हुए कहा, "कल उत्तर बंगाल, आज कार्निवल! वह इसे परंपरा कहती हैं, लेकिन दशमी के चार दिन बाद मूर्ति विसर्जन रोकना और जुलूस निकालना बंगाल की संस्कृति कैसे हो सकती है?"सुश्री बनर्जी पर शासन की बजाय दिखावे को प्राथमिकता देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "वह उत्तर बंगाल इसलिए नहीं गयी क्योंकि वहाँ दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को दोष देने के लिए कोई नहीं है। इसके बजाय वह इसकी जिम्मेदारी चीन, भूटान, नेपाल , यहां तक कि दूसरे राज्यों पर डाल देंगी।" उन्होंने आरोप लगाया कि बादल फटने के दौरान निर्दोष लोगों के बिजली के झटके से मरने के बाद भी वह उद्घाटन समारोहों में व्यस्त थीं और अब वह कार्निवल समारोहों में व्यस्त हैं।

केंद्रीय शिक्षा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "जब उत्तर बंगाल तबाह हो रहा है और मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है, ममता बनर्जी रेड रोड पर अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के साथ नाच रही हैं। जहाँ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस त्रासदी पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं, वहीं राज्य की मुख्यमंत्री उदासीन और अमानवीय हैं। जनता उनके अहंकार को नहीं भूलेगी-न्याय जनता की अदालत में होगा।"इस बीच दार्जिलिंग से सांसद राजू बिष्ट ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर तराई और दुआर्स में आयी बाढ़ और दार्जिलिंग तथा कलिम्पोंग में हुए भूस्खलन को "प्रांतीय आपदा" घोषित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 4-5 अक्टूबर को हुई भारी बारिश ने जीवन, बुनियादी ढाँचे, कृषि और आजीविका को व्यापक नुकसान पहुँचाया है।

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