कोलकाता , अक्टूबर 08 -- केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पश्चिम बंगाल सरकार से कहा है कि वह उत्तर बंगाल में आपदा का अविलंब विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को ताकि विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन के बाद प्रभावी राहत, पुनर्वास और दीर्घकालिक पुनर्निर्माण किया जा सके।
श्री रिजिजू दार्जिलिंग और मिरिक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्टा और विधायक नीरज जिम्बा के साथ बिजनबाड़ी, थानेलाइन और पुलबाजार सहित गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जहां मूसलाधार बारिश के कारण छोटा रंगीत पुल टूट गया और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयीं।
श्री रिजिजू ने संवाददाताओं से कहा, "स्थानीय प्रशासन, विधायक और सांसद ज़मीनी स्तर पर सराहनीय काम कर रहे हैं. लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए राज्य सरकार को आपदा की व्यापकता का आकलन करने में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।केवल उचित योजना के साथ ही हम घरों, पुलों और सड़कों का पुनर्निर्माण कर सकते हैं। केंद्र वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन यह राज्य द्वारा एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रस्तुत करने पर निर्भर करता है।" उन्होंने राज्य सरकार से बिना देरी किए एक डीपीआर तैयार करने का आग्रह किया ताकि केंद्र सहायता में तेजी ला सके।
आपदा को अभूतपूर्व बताते हुए उन्होंने कहा, "मैंने कई बार दार्जिलिंग का दौरा किया है, लेकिन ऐसी तबाही कभी नहीं देखी। राजनीतिक मतभेदों से परे, बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और दीर्घकालिक पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र के बीच एकता होनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि वह दिल्ली लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे।
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