इस्लामाबाद , अक्टूबर 17 -- पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली जिले में एक सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें चार आतंकवादी मारे गए। यह जानकारी डॉन ने शुक्रवार को सरकारी चैनल पीटीवी के हवाले से दी।
रिपोर्ट में कहा गया, "सूत्रों के अनुसार, एक आतंकवादी ने मीर अली में सुरक्षा बलों पर आत्मघाती हमला करने की कोशिश की। उसने विस्फोटकों से लदे वाहन को सुरक्षा बलों के शिविर की दीवार से टकरा दिया जिसके बाद तीन और आतंकवादियों ने शिविर में घुसने की कोशिश की।"रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा बलों ने समय पर और साहसी कार्रवाई करते हुए शिविर के बाहर तीन आतंकवादियों को मार गिराया। इस घटना में सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ। पिछले दो दिनों में अफ़ग़ान तालिबान समर्थित 88 आतंकवादी मारे गए हैं।
इस बीच, पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने हमले को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना एवं प्रशंसा की।
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, श्री नकवी ने कहा, "आंतकवादियों के नापाक इरादों को नाकाम करने वाले बहादुर सैनिकों को सलाम। सुरक्षा बलों ने समय पर कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों को ढेर कर दिया। राष्ट्र को बहादुर सैनिकों पर गर्व है।"यह घटनाक्रम पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के बयान के एक दिन बाद घटा है जिसमें उसने कहा था कि पिछले तीन दिनों में खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान, दक्षिण वजीरिस्तान और बन्नू जिलों में कई अभियानों में 34 "भारत समर्थित" आतंकवादी मारे गए हैं।
पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है, विशेष कर खैबर पख्तूनख्वा एवं बलूचिस्तान में जहां मुख्य रूप से पुलिस, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया है। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा 2022 में सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते को तोड़ने के बाद हमलों में वृद्धि हुई है।
पिछले सप्ताह, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के ओरकज़ई में एक ख़ुफ़िया अभियान के दौरान एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर समेत 11 सैन्यकर्मी और 19 आतंकवादी मारे गए थे। उसी सप्ताह, आईएसपीआर ने कहा था कि घटना में शामिल 30 आतंकवादी एक प्रतिशोध अभियान में मारे गए।
आईएसपीआर के अनुसार, ओरकजई अभियान के एक दिन बाद, डेरा इस्माइल खान में एक अभियान में एक अन्य अधिकारी और सात आतंकवादी मारे गए।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान में टीटीपी आतंकवादियों की मौजूदगी पर चिंता व्यक्त करता रहा है और काबुल से इन हमलों को रोकने के लिए कार्रवाई करने का बार-बार आग्रह करता रहा है हालांकि अफ़ग़ान अधिकारियों ने लगातार इन आरोपों का खंडन किया है।
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