पटना , दिसंबर 01 -- बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में सोमवार को उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
यह परियोजना बिहार और झारखंड के बीच एक 1367.61 करोड़ की लागत वाली महत्वपूर्ण अंतर-राज्यीय सिंचाई और जल संसाधन परियोजना है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य बिहार के गया जी एवं औरंगाबाद जिलों में कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सिंचाई सुविधायें प्रदान करना है।
मुख्य सचिव श्री अमृत की अध्यक्षता में यह परियोजना निर्धारित समय पर सफलतापूर्वक पूरी हो, इस उद्देश्य से प्रत्येक सोमवार को इसकी समीक्षा बैठक की जाती है।
मुख्य सचिव श्री अमृत ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को मुख्यालय से समय-समय पर क्षेत्र निरीक्षण के लिए भेजने पर जोर दिया, जिससे परियोजना की सफलता सुनिश्चित हो सके। पिछले दिनों क्षेत्र निरीक्षण कर लौटे संबंधित अधिकारी से मुख्य सचिव से विस्तृत जानकारी ली और परियोजना की गुणवत्ता पर चर्चा भी किया । उन्होंने गया जी और औरंगाबाद ज़िलाधिकारियों से परियोजना की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और लंबित भुगतान के मामलों को हर हाल में समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
जल संसाधन विभाग ने एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से परियोजना की प्रगति बतायी । उत्तर कोयल दाहिने मुख्य नहर का संयुक्त निरीक्षण सफलतापूर्वक कर लिया गया है। दाहिने मुख्य नहर के क्षेत्र में 339 पोल और एक ट्रांसफॉर्मर का स्थानांतरण किया गया है। परियोजना के क्रियान्वयन में लगी वैपकॉस कंपनी को अब तक 49.225 करोड़ का भुगतान किया गया है।
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