देहरादून , अक्टूबर 10 -- उत्तराखंड में "युवा आपदा मित्र योजना" के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्य के 4310 युवाओं को युवा आपदा मित्र बनाने की महत्वाकांक्षी योजना का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। योजना के अंतर्गत, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र तथा भारत स्काउट एंड गाइड के स्वयंसेवकों को आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

आज हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में इस योजना के तहत 50 एनसीसी कैडेट्स का सात दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। शिविर का शुभारंभ ग्रुप कमांडर एनसीसी, रुड़की, ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने किया।

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि राज्य में युवा आपदा मित्र योजना 11 पर्वतीय जनपदों में लागू की गयी है। इसके तहत राज्य में एनसीसी के 1700, भारत स्काउट एंड गाइड के 910, एनएसएस तथा नेहरू युवा केंद्र के 850 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जाना है। उन्होंने बताया कि युवा आपदा मित्र योजना प्रधानमंत्री की उत्तराखण्ड के युवाओं को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सशक्त और प्रशिक्षित बनाने की दिशा में एक अत्यंत दूरदर्शी पहल है। यह योजना न केवल राज्य की आपदा तैयारी को मजबूत करेगी, बल्कि समाज में जागरूकता और तत्परता की नई संस्कृति को भी जन्म देगी।

श्री सुमन ने बताया कि हमारा उत्तराखंड भौगोलिक रूप से संवेदनशील राज्य है, जहां भूकंप, भूस्खलन, बादल फटना, वनाग्नि जैसी आपदाएं समय-समय पर चुनौती बनती हैं। ऐसे में यदि हर गांव, हर मोहल्ले में प्रशिक्षित और समर्पित युवा आपदा मित्र उपलब्ध हों, तो आपदाओं के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह योजना युवाओं को केवल प्रशिक्षण ही नहीं देगी, बल्कि उन्हें समाज के प्रति उत्तरदायित्व, सेवा भावना और नेतृत्व के गुणों के लिए भी प्रेरित करेगी।

प्रशिक्षण शिविर में ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी सदैव राष्ट्र निर्माण में अग्रणी रही है और इस प्रशिक्षण के माध्यम से हमारे कैडेट्स आपदाओं के समय प्रथम प्रतिक्रिया देने वाले दक्ष स्वयंसेवक बनेंगे। यह सात दिवसीय प्रशिक्षण हमारे कैडेट्स को न केवल तकनीकी दक्षता प्रदान करेगा, बल्कि उनमें मानवता की सेवा की भावना को भी और अधिक प्रबल करेगा।

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