पौड़ी , नवम्बर 08 -- उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के पूर्व अवसर पर शनिवार को पौड़ी जिले की सभी तहसील मुख्यालयों पर राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह का आयोजन गरिमामय वातावरण में किया गया।
समारोह का प्रारंभ शहीद राज्य आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के साथ हुई। तत्पश्चात राज्य आंदोलन में योगदान देने वाले आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
जिला, तहसील मुख्यालय पौड़ी में आयोजित समारोह में स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी मुख्य अतिथि तथा जिलाधिकारी की गरिमामयी उपस्थिति रही। अतिथियों ने सर्वप्रथम शहीद राज्य आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
समारोह में उपस्थित राज्य आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए विधायक पोरी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण हमारे आंदोलनकारियों के अथक संघर्ष और बलिदान का परिणाम है। जिन सपनों के लिए उन्होंने आंदोलन किया, उस राज्य को आगे बढ़ते देखना हम सबके लिए गर्व का विषय है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि उनके आदर्शों के अनुरूप एक समृद्ध, आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण करें।
जिलाधिकारी ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि रजत जयंती का यह उत्सव उनके त्याग और संघर्ष को समर्पित है। उन्हीं की बदौलत आज यह राज्य अपनी पहचान और प्रगति के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में आयोजित यह कार्यक्रम आत्ममंथन का अवसर है कि हमने अब तक क्या हासिल किया और आगे क्या लक्ष्य तय किए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विकास की दिशा नीचे से ऊपर की ओर होनी चाहिए, जिसमें जनता की भागीदारी और प्रशासन का समन्वय अनिवार्य है। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर हमारा दायित्व है कि आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाएं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुशासन में अग्रणी हो। जिलाधिकारी ने सभी से आग्रह किया कि मिलकर जिले के सर्वांगीण विकास में अपना सहयोग दें, क्योंकि आंदोलनकारियों का संघर्ष ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है।
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