देहरादून , नवम्बर 08, -- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड वासियों को राज्य स्थापना की रजत जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
श्री धामी ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों, राज्य आन्दोलनकारियों एवं देश के लिये सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखण्ड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा कि राज्य के गठन से लेकर आज तक की इन 25 वर्षों की सफल विकास यात्रा में अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे क्षेत्रों में ऐतिहासिक प्रगति की है। पच्चीस वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार 26 गुना, प्रति व्यक्ति आय 18 गुना और बजट 20 गुना से अधिक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू करने वाला पहला राज्य बनकर उत्तराखण्ड ने फिर एक बार अपनी विशेष भूमिका को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि राज्य की मातृशक्ति, युवा शक्ति, राज्य आंदोलनकारी, पूर्व सैनिक और प्रवासी उत्तराखण्डियों की भागीदारी से एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण किया जा रहा है।
श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड तथा प्रदेशवासियों से अपार आत्मिक स्नेह है। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों तथा बद्रीनाथ धाम के विकास कार्याे की भांति ही अब मानसखंड के विकास पर भी स्वयं की इच्छा और रूचि व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने हमें 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य दिया है। इस विकास यात्रा में विकसित, समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड़ के रूप में हम अपना अग्रणी योगदान देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को इस रजत जयंती वर्ष में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का गौरव प्राप्त हुआ। इन राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड़ ने 103 पदक प्राप्त कर नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षाें में राज्य ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं लेकिन अभी हमें बहुत आगे जाना है तथा देवभूमि को एक प्रगतिशील, उन्नत एवं हर क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाना है। इस महान उद्देश्य की प्राप्ति जनसहयोग से ही संभव है। उन्होंने कहा कि जन सेवा, सुशासन, संवेदनशीलता और गरीब कल्याण हमारा ध्येय है। रजत जयंती वर्ष 2025 के अंत तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो यह हमारा संकल्प है। इस विकल्प रहित संकल्प को पूरे मनोयोग से पूर्ण करने के लिये हम प्रतिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने सशक्त, समृद्ध, आत्मनिर्भर एवं विकसित उत्तराखण्ड़ के निर्माण में सहयोगी बनने की भी प्रदेशवासियों से अपेक्षा की है।
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