देहरादून , नवंबर 27 -- त्तराखंड के देहरादून में 28 नवंबर से 30 नवंबर तक यूकॉस्ट द्वारा ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में विश्व आपदा प्रबंधन शिखर सम्मेलन और 20 वां उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है।

गुरुवार को पत्रकार वार्ता करते यूकांस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने बताया कि यह आयोजन हिमालय क्षेत्र की पारिस्थितिकी,संवेदनशीलता को देखते हुए वैश्विक विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, वैज्ञानिक संस्थाओं, आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है, और इसमें भारत के वैज्ञानिक और आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने का महत्वपूर्ण प्रयास किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अध्यक्ष होंगे, जिनके नेतृत्व में राज्य में आपदा प्रबंधन की तैयारी, जलवायु परिवर्तन व समुदाय आधारित वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा जबकि उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह होंगे।

30 नवंबर को सम्मेलन के समापन सत्र के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्ति गुरमीत सिंह होंगे। जिनकी गरिमामयी उपस्थित समापन समारोह को और अत्यंत प्रभावशाली बना देगी। इसके अलावा सम्मेलन में कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों की भी शुरुआत की जाएगी। जिनमें प्रमुख रूप से उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा प्रसार सम्मान, भागीरथ पुरस्कार और उत्तराखंड युवा महिला वैज्ञानिक पुरस्कार शामिल हैं।

उत्तराखंड के प्रथम राज्य स्तरीय साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रीमियर लीग 2025 भी इस अवसर पर आयोजित की जाएगी जिसका उद्देश्य विज्ञान जागरूकता, जलवायु साक्षरता, आपदा की तैयारी को राज्य के हर गांव तक पहुंचाना है। इसमें राज्य के सभी 13 जिलों से टीमें वैज्ञानिक क्विज, आपदा प्रतिक्रियाचुनौतियों और जलवायु समस्या समाधान प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी।

सम्मेलन का मुख्य विषय समुदायों के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सुदृढ़ करने पर आधारित रहेगा। सम्मेलन में मुख्य तौर पर जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न बढ़ती चुनौतियों, बाढ़ ,भूस्खलन,वनाग्नि, हीट वेव ,बादल फटने, हिमनद झील जोखिम के समाधान पर विशेष रूप से चर्चा की गई चाहिए। इसके अलावा सम्मेलन में 20 से ज्यादा कार्यशालाएं, इंटरएक्टिव मंच और विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

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