देहरादून , नवंबर 08 -- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून के कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल मे पहुंचकर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
राज्य की स्थापना के रजत जयंती वर्ष के मौके पर मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन में आयोजित राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित किया। इस दौरान कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल और पुलिस लाइन देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर बड़ी घोषणाएं करते हुए कहा कि शहीद राज्य आंदोलनकारियों के नाम पर उनके क्षेत्र की मुख्य अवस्थापना सुविधाओं का नामकरण किया जाएगा। उन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान सात दिन जेल गए या राज्य आंदोलन के दौरान घायल हुए आंदोलनकारी की पेंशन हर महीने छह हजार से बढ़ाकर सात हजार रुपये प्रतिमाह किये जाने की घोषणा की।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलन के दौरान जेल या फिर घायल श्रेणी से भिन्न अन्य राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन हर महीने 4500 रुपए से बढ़ाकर 5500 रुपए किए जाने की भी घोषणा की है। इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान पूरी तरह से विकलांग हुए आंदोलनकारियों की पेंशन 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये किए जाने के साथ ही उनकी देखभाल के लिए मेडिकल अटेंडेंट की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री धामी ने आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों के आश्रितों की पेंशन में वृद्धि करते हुए 3 हजार रुपए से 5500 रुपये, व चिन्हीकरण के लिए 2021 तक जिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त लंबित आवेदन पत्रों के निस्तारण के लिए छह महीने का समय विस्तार भी दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड राज्य की लड़ाई लड़ने वाले आंदोलनकारियों के योगदान को हमेशा सम्मान पूर्वक याद रखेगी और उनकी भावनाओं को प्रत्येक नीति एवं निर्णय में स्थान देगी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेशवासी अपने घरों में पांच दीये उनकी याद में अवश्य जलाएं।
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