देहरादून , नवंबर 03 -- उत्तराखंड राज्य स्थापना के पच्चीसवें वर्ष में प्रवेश पर सोमवार को 11बजे से देहरादून स्थित विधानसभा भवन में दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। सत्र का शुभारंभ देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी।
राज्य गठन के पच्चीसवें वर्ष को भव्यता के साथ रजत जयंती वर्ष के रूप में पूरी तन्मयता से मनाया जा रहा है। पहली बार राज्य में एक पखवाड़े के भीतर देश के दो सर्वोच्च पदासीन विभूतियां जन प्रतिनिधियों एवं आम लोगों से मिलेंगे। राष्ट्रपति मुर्मु आज सदन के विशेष सत्र जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 09 नवम्बर को आम नागरिकों को संबोधित करेंगे।
विधान सभा सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद राज्य में आगामी वर्षों के रोडमैप पर मंथन होगा। संसदीय कार्य मंत्री सुबोध उनियाल के अनुसार, यह विशेष सत्र राज्य की 25 वर्ष की विकास यात्रा समर्पण, संघर्ष और सेवा की कहानी है। यह हमारे लिए आत्ममंथन और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सत्र को ऐतिहासिक और जनभागीदारी से परिपूर्ण बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के अनुसार, विशेष सत्र में विपक्ष की ओर से उत्तराखंड के जन मुद्दों को चर्चा के लिए उठाया जाएगा। प्रदेश में कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनका 25 वर्षों के बाद समाधान नहीं हुआ है। प्रदेश में पलायन के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य भी बड़ा मुद्दा है।
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