उज्जैन , अक्टूबर 28 -- मध्यप्रदेश के उज्जैन की महाकाल थाना पुलिस ने 12 वर्ष से अधिक समय से गुमशुदा व्यक्ति को सुरक्षित दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस नियंत्रण कक्ष से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि 27 जुलाई 2013 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के गीदम थाना अंतर्गत छींदनार निवासी 60 वर्षीय सकुलधर साधुराम ने उज्जैन के महाकाल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

सकुलधर ने बताया था कि उनका भाई गंगाधर पिता साधुराम (58) वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत उज्जैन महाकाल दर्शन हेतु अन्य श्रद्धालुओं के साथ आए थे। दर्शन के उपरांत वे लापता हो गए थे, जिस पर थाना महाकाल में गुम इंसान क्रमांक 46/2013 कायम कर जांच में लिया गया था।

जांच के दौरान 23 अक्टूबर 2025 को महाकाल थाना पुलिस ने तकनीकी माध्यमों से छत्तीसगढ़ के गीदम थाना एवं गांव छींदनार के सरपंच योगेश कुमार शुक्ला से संपर्क किया। उनसे ज्ञात हुआ कि गुमशुदा गंगाधर पिता साधुराम वर्तमान में अपने गांव में सुरक्षित रह रहे हैं।

पुलिस ने गंगाधर की पुत्री मालती से संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में उनके पिता उज्जैन महाकाल दर्शन के लिए गए थे और वहां से भटककर राजस्थान पहुंचे, जहां उन्होंने नागौर के पास एक गौशाला में कार्य करना शुरू कर दिया। वे लगभग 5 वर्षों तक वहीं रहे। बाद में गौशाला संचालक के माध्यम से छत्तीसगढ़ की एक ट्रैक्टर एजेंसी से संपर्क हुआ और जानकारी मिलने पर परिजन उन्हें गांव वापस ले आए।

तभी से वह परिवार के साथ ही रह रहे हैं। महाकाल थाना पुलिस के समन्वय और निरंतर प्रयासों से लगभग 12 वर्ष से लंबित इस गुमशुदगी के प्रकरण का सफल निराकरण किया गया, जिससे परिजन अत्यंत प्रसन्न हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित