उज्जैन, सितंबर 30 -- मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाअष्टमी पर्व पर मंगलवार को प्राचीन परंपरा अनुसार नगर पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के कलेक्टर रोशन सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने चौबीस खंभा माता मंदिर में महामाया और महालया माता का पूजन कर उन्हें मदिरा का भोग अर्पित किया।

परंपरा के अनुसार 27 किलोमीटर लंबी शराब की धार से तीन दर्जन से अधिक देवी और भैरव मंदिरों में शासकीय पूजा की गई। सुबह चौबीस खंभा माता मंदिर से आरंभ हुई यह पूजा तांबे के कलश से निकली शराब की धार के माध्यम से नगरभर के देवी-भैरव मंदिरों तक पहुंची और शाम को गढ़ कालिका माता मंदिर पर जाकर सम्पन्न हुई।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह परंपरा सम्राट विक्रमादित्य के समय से चली आ रही है। माना जाता है कि प्रजा की सुख-समृद्धि और नगर को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए विक्रमादित्य ने इसे प्रारंभ किया था। बाद में सिंधिया राजघराने ने भी इसे जारी रखा और आजादी के बाद से वर्तमान समय में कलेक्टर इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं।

नगर पूजा के दौरान कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक अधिकारी पैदल चलकर नगर के मंदिरों में पूजा-अर्चना में शामिल हुए। महाअष्टमी पर्व पर हरसिद्धि मंदिर पहुंचकर कलेक्टर रोशन कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने सपरिवार दर्शन कर नगर की सुख-समृद्धि और समृद्धि की कामना की।

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