नयी दिल्ली , अक्टूबर 18 -- हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि पुलिस अधिकारियों की आत्महत्या का मामला अत्यंत गंभीर है और उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
श्री हुड्डा ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार और एएसआई संदीप किन परिस्थितयों में आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं इसकी व्यापक पड़ताल जरूरी है इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।
उन्होंने कहा कि एक आईपीएस अधिकारी अथवा एएसआई द्वारा आत्महत्या करना मामूली बात नहीं है। स्थिति सबके सामने निष्पक्ष जांच से ही साफ हो सकती है इसलिए इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में कराई जानी चाहिए।
गौरतलब है कि आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के आत्महत्या करने के महज कुछ ही दिन बाद एएसआई संदीप ने आत्महत्या कर ली थी और दोनों की आत्महत्या के कारण अब भी रहस्य बने हैं। श्री पूरन कुमार ने अपने आत्महत्या नोट में लिखा था कि उन्हें उनकी जाति के कारण वरिष्ठ अधिकारी प्रताडि़त करते रहे हैं। श्री हुड्डा का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच से ही असली स्थिति सबके सामने आ सकती है।
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