देहरादून , नवम्बर 25 -- उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का मंगलवार शाम को उनके आवास में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।

श्री भट्ट के परिजनाें ने उनके निधन की जानकारी दी। उनके परिवार में पुत्र , पुत्र बधू, एक पोता और दो पोतियां है।

श्री भट्ट लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने आज शाम अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह उत्तराखंड राज्य आंदोलन के लिए बनी उक्रांद के संस्थापकों में से एक थे। उन्हें पार्टी का फील्ड मार्शल कहा जाता था।

श्री भट्ट वर्ष 1999 से 2003 तक उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष पद रहें। उनके नेतृत्व में पार्टी ने राज्य गठन के बाद पहली विधानसभा के चुनाव में वर्ष 2002 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिसमें उक्रांद के चार विधायक चुने गए थे। श्री भट्ट ने पहली बार 2007 के विधानसभा चुनाव में देवप्रयाग से चुनाव लड़ा और विजय हासिल की थी। वह पहली बार विधानसभा पहुंचने के साथ ही कैबिनेट मंत्री भी बने। पांच साल तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में मंत्री रहते श्री भट्ट ने वर्ष 2012 का चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा लेकिन वह चुनाव हार गए। अगली बार भाजपा ने उन्हें 2017 के चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया। इस पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और फिर चुनाव हार गए। इस बीच पार्टी से बगावत के चलते भाजपा ने उनको छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया।

श्री भट्ट इसके बाद फिर उक्रांद में शामिल हो गए। वह पिछले लंबे समय से बीमार होने के कारण देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती थे। जहां से सोमवार को चिकित्सकों ने उन्हें घर भेज दिया, जहां आज शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।

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