धार , दिसंबर 08 -- राज्य शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के आह्वान पर धार जिले के तिरला और उमरबन विकासखंड में शिक्षकों ने अपनी विभिन्न लंबित समस्याओं और मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपा। इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षा कार्यालय परिसर में एकत्र हुए और वरिष्ठता निर्धारण, पदोन्नति तथा ई-अटेंडेंस जैसी अव्यावहारिक व्यवस्था को तत्काल समाप्त करने की मांग की।
ज्ञापन में बताया गया कि अध्यापक संवर्ग की नियुक्ति 1 जुलाई 2018 को हुई थी, लेकिन अब तक नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ नहीं दिया गया है। इससे न केवल पदोन्नति प्रभावित हो रही है, बल्कि समयमान वेतनमान और अन्य सेवा लाभों में भी शिक्षकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। संगठन का कहना है कि इन लंबित मामलों के निराकरण में सरकार को शीघ्र पहल करनी चाहिए।
शिक्षक संघ ने ई-अटेंडेंस व्यवस्था को भी अव्यावहारिक बताया। उनका कहना है कि सरकारी विद्यालयों के शिक्षक नियमित रूप से विद्यालय पहुंचकर सेवाएं दे रहे हैं, ऐसे में इस तरह की कठोर व्यवस्था अनावश्यक रूप से शिक्षकों को परेशान करती है। ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के स्कूलों में नेटवर्क की समस्या के कारण यह व्यवस्था और अधिक जटिल हो जाती है। संघ ने मांग की कि ई-अटेंडेंस को तत्काल समाप्त किया जाए, जिससे शिक्षकों को राहत मिल सके।
ज्ञापन सौंपने के दौरान संघ के संरक्षक योगेन्द्र पांडे, ब्लॉक अध्यक्ष मनीष शुक्ला, हेमन्त प्रजापत, जीवन मकवाना, नारायण पाटीदार, मनोज मुकाती, संगीता यादव, नम्रता चौहान, आरती वर्मा और राज पारगी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
शिक्षक संघ के योगेन्द्र पांडे, जीवन मकवाना और हेमन्त प्रजापत ने बताया कि वरिष्ठता निर्धारण, पदोन्नति, समयमान वेतनमान और सेवा शर्तों से जुड़ी समस्याएं वर्षों से लंबित हैं। इन्हीं मुद्दों के समाधान की मांग को लेकर प्रदेशभर में एक साथ ज्ञापन सौंपने की पहल की जा रही है, ताकि सरकार इन पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय ले सके।
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