नयी दिल्ली , अक्टूबर 10 -- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की अपराध आय (पीओसी) से जुड़े एक साइबर घोटाले की जाँच के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।ईडी के सूरत उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने आज यह जानकारी दी।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मकबूल अब्दुल रहमान डॉक्टर, काशिफ मकबूल डॉक्टर, महेश मफतलाल देसाई और ओम राजेंद्र पांड्या के रूप में हुयी है। इन्हें अहमदाबाद की एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया जिसने इन्हें आगे की जाँच के लिए ईडी की पाँच दिनों की हिरासत में भेज दिया।

ईडी ने सूरत पुलिस के विशेष अभियान समूह द्वारा भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक मामले के आधार पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपनी जाँच शुरू की।

ईडी के अनुसार मकबूल डॉक्टर, उनके बेटे काशिफ मकबूल डॉक्टर और बासम मकबूल डॉक्टर, महेश देसाई, ओम राजेंद्र पांड्या और अन्य लोग मिलकर विभिन्न साइबर धोखाधड़ी योजनाओं के माध्यम से लोगों को ठगते थे। इनमें "डिजिटल गिरफ्तारियाँ", विदेशी मुद्रा व्यापार घोटाले और उच्चतम न्यायालय तथा ईडी जैसी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के फर्जी नोटिसों से निर्दोष लोगों को धमकाना शामिल था।

ईडी को जांच से पता चला है कि आरोपियों ने कर्मचारियों, सहयोगियों और अन्य नियोजित व्यक्तियों के नाम पर बैंक खाते खोलकर पीओसी का शोधन किया। इन खातों को संचालित करने के लिए उन्होंने इसी तरह के तरीकों का उपयोग करके पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड प्राप्त किए। ईडी ने जांच में पाया कि आरोपियों ने नियामक जाँच से बचने के लिए विभिन्न हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से नकदी को क्रिप्टोकरेंसी (यूएसडीटी) में परिवर्तित करके अवैध धन का शोधन किया।

मामले की जाँच जारी है।

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