अहमदाबाद , अक्टूबर 03 -- नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुक्रवार को भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत ने एक नई उपलब्धि उस समय हासिल की जब उसके तीन बल्लेबाजों 'केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और रवींद्र जडेजा' ने एक ही पारी में शतक जड़े। इस वर्ष में तीसरी बार है जब भारतीय बल्लेबाजों ने यह कारनाम किया है।
घरेलू धरती पर वर्षों की निराशा के बाद राहुल को आखिरकार राहत मिली। 64.5वें ओवर में जब उन्होंने रोस्टन चेज की गेंद पर झुककर उसे मिड-विकेट के ऊपर से खेला और राहत और खुशी के मिश्रण के साथ अपना बल्ला उठाया। यह उनका 11वां टेस्ट शतक था, लेकिन घरेलू मैदान पर उनका केवल दूसरा शतक था - पिछला शतक 2016 में लगा था। हेलमेट उतारकर, बैज चूमकर, राहुल के जश्न ने लगभग एक दशक के इंतजार के बाद बोझ हल्का होने का संकेत दिया। उसके बाद जुरेल ध्रुव का शतक के शतक ने भारत को दूसरी खुशी दी। इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में चूकने के बाद, इस युवा विकेटकीपर को आखिरकार अपना पल मिल ही गया। 116वें ओवर में, उन्होंने चेज की गेंद पर मिड-ऑन पर चौका जड़कर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया।
भारत के लिए, यह इस साल किसी नामित विकेटकीपर द्वारा लगाया गया तीसरा शतक भी था 'ऋषभ पंत के दो और अब जुरेल का एक शतक' जो उनके लिए एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक है।
125वें ओवर में जडेजा ने जोमेल वारिकन की गेंद पर कवर के बाहर से पंच मारकर अपना छठा टेस्ट शतक पूरा किया। और बल्ले से तलवारबाजी कर जश्न मनाया।
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