Iचेन्नई , अक्टूबर 14 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्सपोसैट मिशन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया और मिशन से प्राप्त वैज्ञानिक आँकड़े जारी किये हैं।
इसरो के सूत्रों ने बताया एक्सपोसैट भारत की अंतरिक्ष-आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान वेधशाला है जो लगभग 650 किलोमीटर ऊँचाई और छह डिग्री झुकाव वाली निम्न पृथ्वी की निम्न कक्षा (एलईओ ) में स्थित है। यह दो वैज्ञानिक पेलोड ले गया है, अर्थात् पोलिक्स जिसका उद्देश्य 8-30 केवी की मध्यम एक्स-रे ऊर्जा रेंज में ध्रुवीकरण की डिग्री और कोण को मापना है और एक्सस्पेक्ट जो 0.8-15 केवी की ऊर्जा रेंज में स्पेक्ट्रोस्कोपिक जानकारी प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि कोलिक्स पेलोड को बेंगलुरु के रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इसरो के साथ मिलकर विकसित किया है, जबकि एक्सस्पेक्ट पेलोड को यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (यूआरएससी ) इसरो, बेंगलुरु द्वारा विकसित किया गया है। इस अंतरिक्ष यान को 01 जनवरी, 2024 को इसरो के मुख्य रॉकेट पीएसएलवी-सी द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी ), शार /इसरो से प्रक्षेपित किया गया था।
उन्होंने कहा कि एक्सपोसैट का उपयोग भारत की बहु-तरंगदैर्ध्य अंतरिक्ष-आधारित खगोलीय वेधशाला एस्ट्रोसैट की तरह एक प्रस्तावित अंतरिक्ष-आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान वेधशाला के रूप में किया जाएगा।
एक्सपोसैट से प्राप्त प्रथम डेटासेट (लगभग 143 जीबी), प्रासंगिक उपकरण और भारतीय एक्स-रे बेंगलुरु स्थित इसरो मुख्यालय में इसरो के अध्यक्ष/अंतरिक्ष विभाग (अंशकालिक सेवा) के सचिव डॉ. वी. नारायणन द्वारा देश के विभिन्न भागों से आए खगोलविदों, मिशन योजनाकारों, शिक्षाविदों और छात्रों की उपस्थिति में जारी किए गए। डेटा जारी करने के बाद एक्सपोसैट मिशन और उसके वैज्ञानिक पेलोड के प्रदर्शन पर एक मूल्यांकन बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में एक्सस्पेक्ट और पोलिल्स पर तकनीकी सत्र शामिल थे और इसमें भारतीय शिक्षा जगत, अनुसंधान संस्थानों और इसरो/अंशकालिक सेवा समुदाय के लगभग 175 सदस्यों ने भाग लिया।
इस दौरान शिक्षा जगत, शोध संस्थानों के 50 से अधिक सदस्य, संकाय, शोधकर्ता और काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। इस समारोह में शामिल होने वाले विद्यार्थियों में देश भर के लगभग 15 विश्वविद्यालयों/संस्थानों/कॉलेजों के प्रतिनिधित्व कर रहे थे। डॉ. नारायणन ने इस दौरान अपने संबोधन में निकट भविष्य में और भी अधिक परिष्कृत खगोलीय वेधशालाओं के निर्माण के लिए एक्सपोसैट द्वारा खोले गए अवसरों का उल्लेख किया।
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