नयी दिल्ली , नवंबर 23 -- बुनियादी ढांचा निवेश न्यासों (इनविट्स) ने अब तक 14.2 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है जिसमें तीन-चौथाई से ज्यादा योगदान वितरण का रहा है।

देश में पहला इनविट साल 2016 में सेबी के पास पंजीकृत हुआ था। इस समय कुल 26 इनविट्स हैं जिसमें पांच सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध हैं और 17 निजी हैं।

बाजार अध्ययन एवं साख निर्धारक एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स की हाल में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 31 मार्च 2025 तक इनविट्स ने 14.2 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसमें 10.9 प्रतिशत रिटर्न वितरण से और 3.3 प्रतिशत रिटर्न इफ्रास्ट्रक्चर की कीमत में वृद्धि से प्राप्त हुआ है। वितरण में लाभांश, ब्याज और पूंजीगत पुनर्भुगतान शामिल हैं।

इनविट्स के जरिये आम लोग भी राजमार्गों, दूरसंचार ढांचों, बिजली क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्टरों आदि में पूंजी लगा सकते हैं और अपनी हिस्सेदारी हासिल कर सकते हैं। नियमों के मुताबिक इनविट्स के लिए अपना 80 प्रतिशत निवेश ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चरों में करना अनिवार्य है जो पूरी तरह से परिचालन में हैं। इनके परिचालन से प्राप्त वास्तविक नकदी में से 90 प्रतिशत यूनिट होल्डरों (निवेशकों) में वितरण करना जरूरी होता है। कई इनविट्स के मामले में यह आय का सबसे बड़ा स्रोत हो सकता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इनविट्स के तहत विभिन्न क्षेत्रों में से पाइपलाइन ने औसतन 17.7 प्रतिशत रिटर्न वितरण के रूप में दिया, हालांकि इसकी परिसंपत्ति का मूल्य 1.4 प्रतिशत सालाना की दर से गिरा है, लेकिन फिर भी कुल रिटर्न औसत 16.3 प्रतिशत रहा है। दूरसंचार क्षेत्र ने 13.4 प्रतिशत की दर से वितरण राशि दी है।

कुल मिलाकर वेयरहाउसिंग सेक्टर के इनविट्स ने सबसे अधिक 21.6 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह अकेला ऐसा सेक्टर है जिसने वितरण से अधिक मूल्य संवर्धन में रिटर्न दिया है।

वित्त वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक इनविट्स के प्रबंध में मौजूद राशि करीब 18 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ते हुए 3.25 लाख करोड़ से 6.28 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गयी है। मार्च 2025 के आंकड़ों के अनुसार, इविट्स से सात सेक्टरों में से सड़क का योगदान 39 प्रतिशत, फाइबर का 35 प्रतिशत और दूरसंचार एवं डाटा पारेषण का 13.71 प्रतिशत था। अन्य सेक्टरों में क्रमशः ऊर्जा, वेयरहाउसिंग, पाइपलाइन और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल हैं।

नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने रिपोर्ट लॉन्च करने के मौके पर कहा कि देश में इनविट्स और रियल एस्टेट निवेश न्यास (रिट्स) के पास प्रबंधन के लिए मौजूद राशि आने वाले समय में 10 गुणा बढ़ने की संभावना है।

पूंजी बाजार नियामक सेबी के अध्यक्ष तुहीन कांत पांडेय ने कहा कि आने वाले समय में सड़क, परिवहन, ऊर्जा, शहरीकरण और विमानन में तेजी से विकास होने वाला है। इस क्षेत्र में निवेश के लिए जुटाने के लिए इनविट्स एक अच्छा विकल्प हो सकता है। उन्होंने इनविट्स में निवेश के लिए खुदरा निवेशकों को प्रोत्साहित करने की जरूरत पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक लोग बड़ी परिसंपत्तियों में निवेश कर सकें।

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