जकार्ता , नवंबर 30 -- इंडोनेशिया के आचेह, उत्तरी सुमात्रा और पश्चिमी सुमात्रा में आयी बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 442 हो गयी है, जबकि 400 से ज्यादा लोग लापता हैं।

बीबीसी ने राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के हवाले से रविवार शाम को यह जानकारी दी। इससे पूर्व, जेंसी प्रमुख सुहरयांतो ने एक बयान में कहा कि आपातकालीन प्रयास खोज-बचाव अभियान, जीवित बचे लोगों की ज़रूरतें पूरी करने, कट चुके क्षेत्रों को दोबारा खोलने और राहत सामग्री के आवागमन को तेज़ करने पर केंद्रित हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, "एजेंसी की कोशिश है स्थानीय सरकारों, मंत्रालयों, एजेंसियों, सेना, पुलिस और स्वयंसेवकों के बीच समन्वय बना रहे।"इस बीच, थाईलैंड में मरने वालों की संख्या 170 पहुंच गयी है। इंडोनेशिया में जहां चक्रवाती तूफ़ान सेन्यार के कारण तबाही मची है, वहीं थाईलैंड सेन्यार, चक्रवाती तूफ़ान दितवाह (प्रमुख रूप से भारत और श्रीलंका प्रभावित) और चक्रवाती तूफ़ान कोटो (प्रमुख रूप से वियतनाम और फ़िलिपींस प्रभावित) के 'दुर्लभ' समागम के कारण बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है।

इस बीच, श्री सुहरयांतो ने कहा कि आपदा न्यूनीकरण एजेंसी ने अब तक उत्तरी सुमात्रा के अलग-अलग जिलों और शहरों में 166 लोगों के मरने और 143 लोगों के लापता होने का विवरण दर्ज किया है।

उन्होंने कहा, "आज राष्ट्रीय खोज-बचाव एजेंसी ने एक संयुक्त आपातकाल अभियान चलाया जिसमें 60 लोगों के शव बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि आचेह में इन आपदाओं के कारण 47 लोगों की जान गयी है और 51 लोग लापता हैं। इस आपदा में 48,887 परिवार भी विस्थापित हुए हैं।

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