पुणे , अक्टूबर 18 -- इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने शनिवार को कहा कि हाल के दिनों में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कम से कम 405 नक्सली हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं जो वामपंथी हिंसा से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों के लिए बिल्कुल असंभव सी बात थी।
श्री पाटिल ने कहा, "यह आदिवासी क्षेत्रों में विकास के प्रयासों से संभव हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नीतियों की बदौलत देश अब नक्सल हिंसा से काफी हद तक मुक्त है।"माओवादी केंद्रीय नेतृत्व के एक वरिष्ठ सदस्य - मल्लोजुला वेणुगोपाल राव, जिन्हें सोनू या भूपति के नाम से भी जाना जाता है वह पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति के सदस्य हैं। उन्होंने हाल ही में अपने 60 साथियों के साथ गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। श्री पाटिल ने कहा, "इतिहास में पहली बार, माओवादियों द्वारा इतने बड़े पैमाने पर आत्मसमर्पण किया गया है।"श्री पाटिल ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आत्मसमर्पण करने वाले कार्यकर्ताओं को संविधान की प्रतियां भेंट कीं और उनका मुख्यधारा में स्वागत किया।
श्री पाटिल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भी 208 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो उल्लेखनीय है।
2014 और 2025 के बीच, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने स्थानीय स्तर पर रोज़गार, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया, जिससे नक्सली प्रभाव में लगातार कमी आई।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित