खरगोन , अक्टूबर 10 -- मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में कथित तौर पर एक निजी शिशु चिकित्सक के इंजेक्शन के बाद चार साल के बच्चे की मौत के मामले में पुलिस जांच आरंभ कर दी गई है।
जैतापुर पुलिस थाने के प्रभारी सुदर्शन कलोसिया ने बताया कि करीब 4 वर्ष के विहान पंचोले की मौत की जांच आरंभ कर दी गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
उन्होंने बताया कि ठीकरी निवासी कालू पंचोले के बेटे विहान की तबीयत खराब थी। वह कल उसे खरगोन के शिशु रोग विशेषज्ञ राजेश सयदे के पास लाया था। उसके द्वारा लिखे गये इंजेक्शन को लगाए जाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गयी। इसके बाद शिशु रोग विशेषज्ञ ने उसे एक अस्पताल में भेजा ,वहां उसे बचाने के प्रयास के दौरान उसकी मौत हो गई।
कालू पंचोले ने पत्रकारों को बताया कि विहान को हल्का बुखार था और ठीक नहीं होने के बाद उसने डॉक्टर राजेश सयदे को उसे दिखाया था, जिन्होंने इंजेक्शन लिखा था। उसे लगाने के तत्काल बाद बच्चे के मुंह से झाग आने लगा। डॉक्टर राजेश सयदे ने उसे एक अस्पताल में भेजा लेकिन उसके पूर्व ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी। उसने आरोप लगाया कि गलत इंजेक्शन के चलते उसके पुत्र की मौत हो गई।
वहीं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश सयदे ने कहा कि उन्होंने बच्चे को भर्ती करने के लिए कहा था, लेकिन परिजन नहीं माने और उन्होंने उसके उपचार का कहा तो उन्होंने एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन लिख कर दिया था। उन्होंने कहा कि इंजेक्शन लगाने के तत्काल बाद उसके मुंह से झाग आने लगा और उसे झटके आ रहे थे और वह बेहोश हो गया। उसे रक्षा अस्पताल पहुंचाया लेकिन वहां उसकी मृत्यु हो गई।
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