भोपाल , नवम्बर 19 -- मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा आसियान देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के लिए यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सांची स्तूप का भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच सांस्कृतिक तथा पर्यटन सहयोग को और अधिक मजबूत बनाना था।

प्रतिनिधिमंडल में भारत में वियतनाम के राजदूत गुयेन थान्ह हाई, भारत में फिलीपींस के राजदूत जोसेफ एफ इग्नासियों, भारत और श्रीलंका में कंबोडिया की राजदूत रथ मनी, भारत में तिमोर लेस्ते के राजदूत कार्लितो नुनेस, भारत में थाईलैंड की राजदूत छवनार्ट थांगसुमफंट, भारत और भूटान में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच कृष्णमूर्ति तथा ब्रुनेई दारुस्सलाम गणराज्य के मिशन प्रमुख द्वितीय सचिव पेंगिरन मोहम्मद शफी अलवाली बिन पेंगिरन अबू बकर शामिल थे। प्रतिनिधियों ने सांची स्तूप के माध्यम से मध्यप्रदेश की प्राचीन सांस्कृतिक और बौद्ध विरासत को समझने तथा भारत-आसियान संबंधों को और गहरा करने की मंशा से यह भ्रमण किया।

प्रतिनिधियों ने सांची के महान स्तूप, अशोक स्तंभ, तोरण द्वारों और पुरातात्विक संग्रहालय का अवलोकन किया तथा इसकी कलात्मकता और संरक्षण कार्यों की सराहना की। पुरातत्व विशेषज्ञों ने उन्हें सांची के लगभग 2300 वर्ष पुराने इतिहास, मौर्यकालीन धरोहर, बौद्ध धर्म के प्रसार में इसके महत्व और दक्षिण-पूर्व एशिया से इसके ऐतिहासिक संबंधों की विस्तृत जानकारी दी।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सांची जैसा धरोहर स्थल भारत और आसियान सांस्कृतिक साझेदारी को नई ऊर्जा प्रदान करता है और भविष्य में पर्यटन, निवेश तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए नए द्वार खोलता है। प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे संरक्षण और पर्यटन विकास प्रयासों की भी प्रशंसा की।

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