कुआलालंपुर , अक्टूबर 23 -- मलेशिया के विदेश मंत्री दातुक सेरी मोहम्मद हसन ने गुरुवार को कहा कि दक्षिणपूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करने के प्रयासों को तेज कर रहा है तथा अपनी दीर्घकालिक योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए नए सिरे से ध्यान केंद्रित कर रहा है।
श्री हसन ने कुआलालंपुर में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन से पहले कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान 80 से ज़्यादा प्रमुख पहलों और समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर चर्चा और घोषणा होने की उम्मीद है। यह आसियान विजन 2045 में उल्लिखित लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए समूह की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौरतलब है कि मलेशिया इस वर्ष समूह की अध्यक्षता संभालेगा तथा 26-28 अक्टूबर तक कुआलालंपुर कन्वेंशन सेंटर में 'समावेशीता और स्थिरता' विषय पर शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
यह आयोजन आसियान के इतिहास में सबसे बड़े आयोजनों में से एक होने की उम्मीद है जो नेताओं के लिए क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने और साझा वैश्विक चुनौतियों का एकजुट और दूरदर्शी तरीके से समाधान करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा।
शिखर सम्मेलन के मीडिया केंद्र के दौरे के दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा,"आसियान की प्रमुख प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि 2045 के लिए यह दृष्टिकोण साकार हो। मलेशिया इस एजेंडे का स्थायी मार्गदर्शक होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आसियान समुदाय 2045 योजना चरणों में क्रियान्वित हो।"अपने आर्थिक एजेंडे के हिस्से के रूप में आसियान आगामी आसियान-चीन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) 3.0 के माध्यम से चीन के साथ अपने व्यापार ढाँचे को मजबूत करने की योजना बना रहा है जिसका उद्देश्य मौजूदा तंत्रों का आधुनिकीकरण करना और पूरे क्षेत्र में बेहतर बाज़ार तालमेल को बढ़ावा देना है।
श्री हसन ने कहा,"हम चीन और आसियान सदस्य देशों के बीच व्यापार और निवेश को सुव्यवस्थित करना चाहते हैं। एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करने से हम कमज़ोर ही होते हैं इसलिए हमें एक स्वर में बोलना चाहिए और समान प्रोत्साहन देने चाहिए ताकि आसियान वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति और प्रभाव प्रदर्शित कर सके।"आगामी शिखर सम्मेलन का वर्णन करते हुए श्री हसन ने कहा कि आसियान विजन 2045 'एक दृष्टिकोण, एक पहचान, एक समुदाय' के सिद्धांत पर आधारित है, जिसमें समावेशिता और स्थिरता प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि सदस्य अर्थव्यवस्थाओं के बीच विद्यमान असमानताएं एक चुनौती बनी हुई हैं, फिर भी आसियान लगातार अधिक एकता और संतुलन की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा,"एक स्वर में बोलने से पहले, हमें सभी को एक ही स्तर पर लाना होगा पर यह आर्थिक रूप से नहीं, बल्कि समावेशिता और स्थिरता के संदर्भ में। इस वर्ष यही हमारा विषय भी है।"समावेशीपन के विषय के अनुरूप यह शिखर सम्मेलन दक्षिण-पूर्व एशियाई समूह में एक ऐतिहासिक क्षण का प्रतीक होगा क्योंकि तिमोर-लेस्ते को आसियान के 11वें सदस्य के रूप में औपचारिक रूप से शामिल किया गया है।
मलेशियाई विदेश मंत्री ने इसे एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया, जो 4.16 लाख करोड़ डॉलर के समूह के विस्तार और समावेशिता के निरंतर प्रयास को और बल देगा।
उन्होंने यह भी कहा,"आसियान की स्थापना मूल रूप से बाहरी प्रभुत्व का विरोध करने के लिए एक राजनीतिक गठबंधन के रूप में हुई थी, लेकिन आज यह गहन आर्थिक सहयोग के एक मंच के रूप में विकसित हो गया है।"उल्लेखनीय है कि वर्ष 1967 में आसियान की स्थापना के बाद से यह पांचवीं बार है जब मलेशिया ने आसियान की अध्यक्षता करेगा। इससे पहले 1977, 1997, 2005 और 2015 में भी मलेशिया ने इसकी अध्यक्षता की थी। फिलीपींस अगले साल 2026 में अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
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