अमरोहा , नवंबर 02 -- रिष्ठ आईटी प्रोफेशनल तथा एआई स्टार्टअप मेंटर तरुण शेखावत ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटलाइजेशन ने रोज़गार की परिभाषा बदल दी है। अब युवाओं को सर्टिफिकेट से ज्यादा कौशल की जरूरत है।

श्री शेखावत ने कहा कि एआई साइबर सिक्योरिटी और डेटा साइंस जैसे क्षेत्र भारत को टैलेंट हब बना रहे हैं। युवाओं का आह्वान किया कि वे नई तकनीकों को अपनाएं और अपने विचारों को उद्यम में परिवर्तित करेंउत्तर प्रदेश के अमरोहा तिगरी मेले में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी अंजलि कटारिया के संयोजन में मिशन शक्ति 5.0 अतंर्गत "स्किल डेवलपमेंट और हाई एजुकेशन से कैरियर डेवलपमेंट और उद्यमिता द्वारा महिला सशक्तिकरण" विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में आईटी प्रोफेशनल्स एवं स्टार्टअप मेंटर ने कहा कि भारत आज़ डिजिटल टैलेंट की राजधानी बन रहा है।आज़ का युग तकनीक और नवाचार का युग है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,ब्लाकचेन, साइबर सिक्योरिटी और एप डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।

सीनियर चार्टड अकाउंटेंट श्रीमती वृंदा अग्रवाल ने कहा कि पारदर्शिता, ईमानदारी और दीर्घकालिक दृष्टिकोण ही किसी भी उद्यम की सच्ची पूंजी है। यशोदा हास्पिटल गाजियाबाद की सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ शोभा शर्मा डॉ भावना तिवारी ने कहा कि संवाद और संवेदनशीलता महिला सशक्तिकरण का आधार बन सकती है।

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