बेंगलुरु , नवंबर 09 -- आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि अगर भारत के 1.4 अरब नागरिक सामूहिक रूप से ऐसा निर्णय लें तो भारत "कल सुबह तक" हिंदू राष्ट्र बन सकता है।

श्री भागवत ने संघ की 100 वर्ष की यात्रा पर शताब्दी व्याख्यान शृंखला के दौरान रविवार को एक संवाद में कहा कि हिंदू राष्ट्र का विचार एक मजबूत, एकजुट और आत्मविश्वासी भारत की नींव का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा, "अगर भारत के 1.4 अरब लोग वास्तव में निर्णय ले लें, तो देश कल सुबह तक हिंदू राष्ट्र बन सकता है।"इस बात पर ज़ोर देते हुए कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा राजनीतिक नहीं बल्कि सभ्यतागत है, श्री भागवत ने कहा, "हिंदू राष्ट्र भारत की पहचान और ताकत का सार है। इसका अर्थ सद्भाव, समानता और एकता है - प्रभुत्व नहीं। यह उस सांस्कृतिक आधार को दर्शाता है जो देश को एक साथ रखता है।"श्री भागवत ने रविवार को कहा कि भारत सभी देशों के साथ मित्रता चाहता है, लेकिन चीन के साथ चल रही जटिलताओं के बीच उसे अपनी संप्रभुता की रक्षा करनी चाहिए।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित