जालंधर , अक्टूबर 15 -- भारतीय क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपीआई) ने जातिवादी और लैंगिक उत्पीड़न और भेदभाव के विरोध में बुधवार को जालंधर के गढ़ा में केंद्र की मोदी सरकार का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर पार्टी के तहसील सचिव बलदेव सिंह नूरपुरी ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सामाजिक न्याय और महिलाओं के सम्मान की रक्षा तथा देश भर में दलितों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और भेदभाव के खिलाफ मोदी सरकार का पुतला फूंका गया।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े एक व्यक्ति द्वारा उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई पर जूता फेंकने की घटना और हरियाणा में भारतीय पुलिस सेवा के एक दलित अधिकारी द्वारा तथाकथित उच्च जाति के अधिकारियों के जातिवादी व्यवहार से तंग आकर आत्महत्या करने की घटना को सामान्य अपराध नहीं माना जाना चाहिए। इसी तरह, केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तालिबान प्रतिनिधियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महिला प्रतिनिधि को प्रवेश न देना और इस व्यवहार के विरुद्ध उचित कार्रवाई न करना भी कोई मामूली घटना नहीं है।

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