गांधीनगर , अक्टूबर 21 -- गुजरात के गांधीनगर में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) के स्कूल ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एंड स्मार्ट पुलिसिंग (एसआईएसएसपी) ने मंगलवार को पुलिस स्मृति दिवस पर कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया। आरआरयू कुलपति, प्रोफेसर डॉ. बिमल एन पटेल ने समारोह का नेतृत्व किया, जिन्होंने पुलिस शहीदों की बहादुरी को पूरी गंभीरता से स्वीकार करते हुए और कर्तव्य की पंक्ति में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर पुलिस कर्मियों के नामों का उल्लेख करते हुए कार्यवाही की शुरुआत की और उनके बलिदान के प्रति विश्वविद्यालय के गहरे सम्मान की पुष्टि की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने वीर सपूतों द्वारा किए गए बलिदानों के लिए हार्दिक कृतज्ञता और श्रद्धा व्यक्त की।
विश्वविद्यालय नेतृत्व के बाद, आरआरयू के कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। छात्रों की श्रद्धांजलि ने विशेष रूप से शहीदों की निस्वार्थ बहादुरी से प्राप्त सामूहिक सम्मान, कृतज्ञता और प्रेरणा को मूर्त रूप दिया।
इस स्मृति समारोह ने शहीद हुए वीरों के बलिदान और भारत में कानून प्रवर्तन के भविष्य के बीच स्थायी संबंध को रेखांकित किया। स्कूल ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एंड स्मार्ट पुलिसिंग भविष्य के कानून लागू करने वाले अधिकारियों के लिए एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए समर्पित है, जहां वे वीर सपूतों के पिछले बलिदानों से सीख सकें।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन के अध्ययन के लिए समर्पित भारत का प्रमुख संस्थान है। भारत के पुलिस बलों को मजबूत करने के मिशन के साथ स्थापित, आरआरयू भविष्य के कानून प्रवर्तन अधिकारियों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, रणनीतिक बुद्धिमत्ता और मानव- केंद्रित दृष्टिकोण को जोड़ता है।
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