गांधीनगर , नवंबर 05 -- देश के अग्रणी राष्ट्रीय सुरक्षा एवं पुलिस विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने वर्चुअल माध्यम से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), ग्वालदम स्थित आतंकवाद-रोधी एवं जंगल युद्ध विद्यालय (सीआईएंडजेडब्ल्यूएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं।

आरआरयू की ओर से बुधवार को यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्चुअल हस्ताक्षर समारोह में प्रो वाइस चांसलर, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय प्रो. डॉ. कल्पेश एच. वांद्रा, डीन, मान्यता और संबद्धता अविनाश खरेल और कार्यवाहक उप महानिरीक्षक, सीआई एंड जेडब्ल्यू स्कूल, एसएसबी ग्वालदम रंगनाथ चिंतादा तथा एसएसबी ग्वालदम और सशस्त्र सीमा बल सीआई एंड जेडब्ल्यूएस, ग्वालदम के कर्मी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

डॉ वांद्रा ने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि साझेदारी क्षेत्र-स्तरीय परिचालन विशेषज्ञता के साथ शैक्षणिक ज्ञान को एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में काम करेगी। उन्होंने कहा कि यह सहयोग शोध-संचालित शैक्षणिक अंतर्दृष्टि और जमीनी स्तर के अनुभव के बीच की खाई को पाटेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत का सुरक्षा तंत्र नवाचार और व्यावहारिक तैयारी दोनों से लाभान्वित हो।

सीआई एंड जेडब्ल्यूएस, एसएसबी, ग्वालदम के प्रतिनिधियों ने इस पहल की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि समझौता ज्ञापन सामरिक प्रशिक्षण, सिमुलेशन-आधारित शिक्षा और आतंकवाद-रोधी और सीमा प्रबंधन में विकसित हो रही परिचालन रणनीतियों के संपर्क को बढ़ाएगा।

श्री रंगनाथ चिंतादा ने कहा कि यह सहयोग दोनों संस्थानों के बीच मान्यता, संयुक्त प्रमाणन, क्षमता निर्माण और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान को मजबूत करेगा। इस सहयोग का उद्देश्य आतंकवाद निरोध, जंगल युद्ध, सीमा प्रबंधन और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्रों में संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों, क्षमता निर्माण, अनुसंधान और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। इस समझौता ज्ञापन के तहत, सीआई एंड जेडब्ल्यूएस, एसएसबी, ग्वालदम द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता और संयुक्त रूप से प्रमाणित किया जाएगा, जिससे शैक्षणिक मान्यता, गुणवत्ता आश्वासन और पेशेवर प्रशिक्षण के राष्ट्रीय मानकों के साथ संरेखण सुनिश्चित होगा। यह समझौता ज्ञापन भारत के सशस्त्र और अर्धसैनिक बलों में पेशेवर उत्कृष्टता, परिचालन तैयारियों और सुरक्षा प्रशिक्षण के मानकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए दोनों संस्थानों की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आरआरयू के छात्रों के लिए आतंकवाद-रोधी और जंगल युद्ध प्रथाओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप और क्षेत्रीय भ्रमण के अवसर। यह सहयोग सुरक्षा, पुलिस व्यवस्था और रणनीतिक अध्ययन में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करने के आरआरयू के मिशन को दोहराता है। यह चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में तैनात कर्मियों के लिए अपने प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे और कौशल विकास के आधुनिकीकरण के एसएसबी के निरंतर प्रयासों का भी पूरक है। समारोह का समापन निरंतर जुड़ाव, अनुसंधान साझेदारी और शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्कृष्टता के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा लक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिए पारस्परिक प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति के साथ हुआ।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित