नई दिल्ली,10अक्टूबर (वार्ता) बाहरी उत्तरी दिल्ली की पुलिस ने सामायपुर बादली क्षेत्र में हुई आभूषण दुकान में दिनदहाड़े लूट की वारदात का खुलासा 24 घंटे के भीतर कर दिया है।
पुलिस ने तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दस सोने की चेन, दस हजार रुपये नकद और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि लूट की इस साजिश का मास्टरमाइंड खुद पीड़ित का चचेरा भाई ही निकला।
उपायुक्त हरेश्वर स्वामी ने बताया कि यह घटना 4 अक्टूबर को हुई, जब शिकायतकर्ता अनिल कुमार अपनी दुकान सोनी ज्वेलर्स सेक्टर-18, रोहिणी में मौजूद थे। दोपहर करीब सवा एक बजे उनका चचेरा भाई विशाल वर्मा अपने साथी के साथ दुकान पर आया और सोने की चेन दिखाने को कहा। कुछ देर बाद विशाल फोन पर बात करने के बहाने बाहर चला गया, तभी उसका साथी अनिल कुमार की आंखों में पेपर स्प्रे डालकर काउंटर से दस सोने की चेन उठाकर फरार हो गया। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के लिए गठित एक विशेष टीम ने तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपियों को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों में बहादुरगढ़ हरियाणा निवासी विशाल वर्मा (26) , मनीष वर्मा (18) और सुमित दाबास उर्फ सोनू (33) शामिल हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि विशाल और सुमित की पहचान तिहाड़ जेल में हुई थी। दोनों हाल ही में जेल से बाहर आए थे और पैसों की जरूरत के चलते इस लूट की योजना बनाई थी। उन्होंने दशहरा के एक दिन पहले मिलकर वारदात की साजिश रची और 4 अक्तूबर को घटना को अंजाम दिया। लूट के बाद आरोपियों ने सोने की चेन आपस में बांट लीं और एक चेन गुरुग्राम में बेच दी।
पुलिस ने दस सोने की चेन, नकदी और मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। उपायुक्त ने कहा कि सामायपुर बादली पुलिस की यह कार्रवाई पुलिस की अपराधियों के विरुद्ध शून्य सहिष्णुता नीति अपनाए हुए है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए निरंतर अभियान चला रही है।
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